समुद्र तल से 2,750 मीटर की ऊंचाई पर लाचेन और लाचुंग नदियों के संगम पर स्थित इस शान्त स्थान को सिक्किम के सबसे सुन्दर गांव का दर्जा हासिल है। लाचेन शब्द का अर्थ है “बड़ा दर्रा”।
न्यूज हवेली नेटवर्क
बर्फ से ढकी चोटियां, झरने और चांदी-सी झिलमिलाती नदियां! यह लाचेन (Lachen) है। पूर्व का स्विट्जरलैण्ड कही जाने वाली युमथांग घाटी (Yumthang Valley) के पास स्थित सिक्किम के उत्तरी सिक्किम जिले का एक गांव। समुद्र तल से 2,750 मीटर की ऊंचाई पर लाचेन और लाचुंग नदियों के संगम पर स्थित इस शान्त स्थान को सिक्किम के सबसे सुन्दर गांव का दर्जा हासिल है। लाचेन (Lachen) शब्द का अर्थ है “बड़ा दर्रा”। सिक्किम सरकार द्वारा पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित किये जाने के कारण यह काफी लोकप्रिय पर्यटन गन्तव्य बनता जा रहा है। (Lachen: The most beautiful village of Sikkim)
हिमालय की गोद में बसे इस कस्बे में पूरे साल सर्दी का मौसम रहता है लेकिन हिमपात होने पर यहां का जैसी नैसर्गिक सुन्दरता उभर कर आती है, उसे शब्दों में बांध पाना सम्भव नहीं है। यहां जाने का सर्वश्रेष्ठ समय अक्टूबर से मई तक है। जनवरी-फरवरी में लाचेन बर्फ से आच्छादित रहता है तो अप्रैल-मई में यहां फूलों की चादरें जैसी बिछ जाती हैं। खास बात यह कि बर्फबारी होने पर भी यहां यातायात सुगम रहता है। इस कारण सर्दी के मौसम में भी सैलानी यहां आते हैं। सही बात तो यह है कि आप चाहे जिस मौसम में यहां आयें, यहां का नजारे इतने दिलकश होते हैं कि आप इनकी फोटो अपने ड्राइंग रूम में लगा सकते हैं।
लाचेन मठ (Lachen Monastery), गुरूडोंगमार झील, थांगू, चुंगथांग और चोपटा घाटी लाचेन का आसपास स्थित प्रमुख पर्यटन स्थल हैं। “फूलों की घाटी” के नाम से प्रसिद्ध .युमथांग घाटी यहां से मात्र 24 किलोमीटर दूर है जिसका रास्ता फोदोंग, मंगन, सिंघिक और चुंगथांग होते हुए जाता है।
अनोखा प्रशासनिक तंत्र
लाचेन समेत उत्तरी सिक्किम जिले के कई हिस्सों में नियम और कानून के अनुपालन के लिए पारम्परिक प्रशासनिक तन्त्र को अपनाया गया है जिसे “जूमसा” कहते हैं। इस स्वयंभू सरकार में पूरे समुदाय का एक मुखिया होता है जिसे “पिपॉन” कहा जाता है जो लोकतान्त्रिक तरीके से सभी विवादों का हल निकालने के लिए अधिकृत होता है।
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ऐसे पहुंचें
वायु मार्ग : निकटतम हवाईअड्डा पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी के पास स्थित बागडोगरा एयरपोर्ट यहां से करीब 201 किलोमीटर दूर है। दुर्गम पहाड़ी मार्ग होने की वजह से यह दूरी तय करने में सात घंटे लग जाते हैं।
रेल मार्ग : न्यू जलपाईगुड़ी जंक्शन (सिलीगुड़ी) यहां से करीब 195 किमी है।
सड़क मार्ग : गंगटोक से लाचेन करीब 121 किमी पड़ता है। सड़क मार्ग द्वारा यहां बड़ी ही आसानी के साथ पहुंचा जा सकता है। गंगटोक से यहां के लिए जीप मिल जाती हैं। ध्यान रहे कि सिक्किम में बाहर से आने वाली जीप और कार गंगटोक से आगे का सफर तय नहीं कर सकते। इसलिए वाहन का जुगाड स्थानीय स्तर पर ही करना पड़ता है।
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