Sat. Apr 19th, 2025

Category: Life style

महाराष्ट्र : जायकों का संसार

महाराष्ट्र के पाव भाजी, पोहा, थालीपीठ, साबूदाना खिचड़ी, श्रीखंड, मोदक, बासुण्डी आदि व्यंजन राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुके हैं। अनुवन्दना माहेश्वरी महाराष्ट्र भारत का एकमात्र ऐसा राज्य है…

फलों और सब्जियों की धुलाई यानी बी12 का सत्यानाश

विटामिन बी12 की कमी से हमारा दिमाग और Nervous system अच्छी तरह से काम नहीं करते, यहां तक कि शरीर में खून भी सही से नहीं बनता है। पंकज गंगवार…

भांग : औषधीय गुणों से भरपूर “पवित्र” पौधा

अथर्ववेद में भांग के पौधे को पांच सबसे पवित्र पौधों में से एक बताया गया है। कुछ लोगों का यहां तक मानना है कि वेदों में देवताओं के जिस प्रिय…

एकाम्बरेश्वर : तीर्थ-नगर कांचीपुरम का एक हजार खम्भों वाला मन्दिर

एकाम्बरेश्वर मन्दिर का निर्माण सातवीं शताब्दी में चोल साम्राज्य के राजा पल्ल्व ने करवाया था। करीब 25 एकड़ के विशाल परिसर में स्थित यह मन्दिर 11 मन्जिल ऊंचा है और…

Devprayag : उत्तराखण्ड का रत्न देवप्रयाग

Devprayag : उत्तराखण्ड में पवित्र नदियों के संगमों पर देवप्रयाग, रुद्रप्रयाग, नन्दप्रयाग, कर्णप्रयाग और विष्णुप्रयाग स्थित हैं जिन्हें पंच प्रयाग कहते हैं। देवप्रयाग इन पंच प्रयागों में सबसे श्रेष्ठ और…

गोबर का विज्ञान : जब ऊंट का मल खाकर बची जर्मन सेना की जान

दूध निकालना और दही बनाना मनुष्य ने बहुत बाद में सीखा होगा, आप सोचिए जब आदिमानव जंगलों में रहता होगा और उसको दस्त लगते होंगे तो वह क्या करता होगा।…

ब्राह्मी : हमारे आसपास ही उगने और जादुई गुणों वाला पौधा

मुझे जड़ी-बूटियों के बारे में जिज्ञासा, ज्ञान और समझ मेरे माता पिता से मिले हैं। हमारा परिवार हमेशा से आसपास उगने वाली वनस्पतियों के गुणों और और उपयोगों से परचित…

घर में तुलसी एक वैद्य समान, वास्तु दोष भी दूर करने में सक्षम

शास्त्रों के अनुसार, जहां तुलसी विराजमान होती हैं, वहां साक्षात नारायण और कृष्ण जी विराजमान रहते हैं, इसलिये तुलसी को माता के रूप में पूजा जाता है। इसी कारण प्राचीन…