News Havel, नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) को शराब घोटाला (Delhi Liquor Scam) मामले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) में कथित संलिप्तता के लिए आम आदमी पार्टी के संयोजक व दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) पर धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मुकदमा चलाने के लिए मंजूरी दे दी है। दिल्ली के उप राज्यपाल (LG) विनय सक्सेना भी केजरीवाल पर मुकदमा चलाने की इजाजत दे चुके हैं।
ईडी को यह मंजूरी ऐसे समय मिली है जब दिल्ली में 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव परिणाम 8 फरवरी को आएगा। ईडी को यह मंजूरी इसलिए लेनी पड़ी क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि सरकारी कर्मचारियों पर मुकदमा चलाने के लिए ऐसा करना होगा।
ईडी ने केजरीवाल के खिलाफ पिछले साल दाखिल की थी चार्जशीट
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ईडी ने पिछले साल पीएमएलए कोर्ट (PMLA court) में केजरीवाल के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें शराब नीति घोटाले में उनको आरोपी बनाया था। ईडी के अनुसार आप के राष्ट्रीय संयोजक और पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य के रूप में इस्तेमाल और जुटाए जा रहे पैसे के लिए अरविंद केजरीवाल ही जिम्मेदार थे। ईडी ने गवाहों के बयानों का हवाला देते हुए कहा कि केजरीवाल भी संस्थापक सदस्यों में से एक थे और शराब नीति (Delhi Liquor Policy) के संबंध में निर्णय लेने में शामिल थे।
दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने 11 जनवरी 2025 को ईडी को शराब नीति मामले में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने की इजाजत दे दी थी। ईडी ने 5 दिसंबर 2024 को एलजी से केजरीवाल के खिलाफ ट्रायल चलाने की अनुमति मांगी थी।
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अब जनता सब समझ चुकी है : आप
आप प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा, “देश के इतिहास में यह पहला ऐसा मामला होगा जिसमें आपने अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को जेल में डाला। दोनों को ट्रायल कोर्ट और यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट से भी जमानत मिल गई। 2 साल बाद आपने मुकदमा चलाने की मंजूरी दी। यह तब है जब चुनाव नजदीक हैं। उनका वही पुराना तरीका है, झूठे मामले दर्ज करना, आम आदमी पार्टी के नेताओं को बदनाम करना, लेकिन अब जनता सब समझ चुकी है।”
156 दिन जेल में काट चुके हैं अरविंद केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल को ईडी ने 21 मार्च 2924 को गिरफ्तार किया था। 10 दिन की पूछताछ के बाद उन्हें 1 अप्रैल को तिहाड़ जेल भेजा गया। 10 मई को 21 दिन के लिए लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए रिहा किया गया। यह रिहाई 51 दिन जेल में रहने के बाद मिली थी। 2 जून को केजरीवाल ने तिहाड़ जेल में सरेंडर कर दिया। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट से 13 सितंबर को उन्हें जमानत मिल गई थी। इस तरह उन्होंने कुल 156 दिन जेल में बिताए।