शनि शिंगणापुर : यहां घर के दरवाजों पर नहीं लगते ताले
जनश्रुति और मान्यता अनुसार शनि शिंगणापुर गांव ही सूर्य पुत्र शनि देव का जन्म स्थान है। यहां शनि देव का कोई भव्य मन्दिर नहीं है बल्कि शनि भगवान की काले…
जनश्रुति और मान्यता अनुसार शनि शिंगणापुर गांव ही सूर्य पुत्र शनि देव का जन्म स्थान है। यहां शनि देव का कोई भव्य मन्दिर नहीं है बल्कि शनि भगवान की काले…
हजार स्तम्भ मन्दिर यह मन्दिर हनामकोण्डा पहाड़ी की ढलानों पर स्थित है। इसकी संरचना तारे के आकार की है। इस पर काकातीय के साथ ही चालुक्य वास्तुकला का प्रभाव स्पष्ट…
हमारे सामने था वास्तुकला का अद्भुत उदाहरण मेंढक मन्दिर जहां मण्डूक यानि मेंढक की पीठनुमा संरचना पर मस्तक उठाये खड़े विराट मन्दिर में विराजते हैं भगवान शिव। यहां का शिवलिंग…
अमरनाथ यात्रा एक विशिष्ट अवधि के लिए होती है और आमतौर पर हिन्दू कैलेण्डर के अनुसार स्कन्दस्थी के पावन दिन घोषित तिथि पर शुरू होती है और श्रावण पूर्णिमा (रक्षाबंधन)…
विरूपाक्ष मन्दिर को विक्रमादित्य द्वितीय की पत्नी रानी लोकमाह देवी ने बनवाया था। इसको बनाने के लिए ईंट और चूने का भी इस्तेमाल किया गया है। तुंगभद्रा के दक्षिणी किनारे…
वेल्लोर नगर के दक्षिण में मलाईकोड़ी के पहाड़ों पर श्रीपुरम महालक्ष्मी नारायण स्वर्ण मन्दिर का निर्माण वेल्लोर के चैरिटेबल ट्रस्ट श्री नारायणी पीडम द्वारा कराया गया है। इस ट्रस्ट की…
ब्रह्म पुराण एवं पद्म पुराण के अनुसार ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना के लिए नैमिषारण्य में ही यज्ञ किया था और अपने शरीर को दो भागों में बांट कर…
यह मन्दिर भगवान शिव (सुन्दरेश्वरर) एवं उनकी भार्या देवी पार्वती (मीनाक्षी या मछली के आकार जैसी आंखों वाली देवी के रूप में) को समर्पित है। देवी मीनाक्षी भगवान शिव की…