News Havel, बरेली। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने कहा कि जिस प्रकार उत्तराखंड से निकलने वाली तमाम नदियां पूरे देश को लाभ देती हैं, वैसे ही जल्द समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) की गंगोत्री से भी पूरा देश लाभान्वित होगा। बाबा साहब ने संविधान के अनुच्छेद 44 में समान नागरिकता कानून का प्रावधान किया था ताकि प्रदेश और देश ने समान नागरिक कानून संहिता लागू हो। उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code in Uttarakhand) का विधेयक तैयार हो गया है और इसी महीने में लागू कर दिया जाएगा।
नीतिगत फैसलों की दी जानकारी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गुरुवार को उत्तरायणी जनकल्याण समिति की ओर से बरेली क्लब के मैदान पर आयोजित उत्तरायणी मेले (Uttarayani Fair Bareilly) के उद्घाटन के बाद समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने अपनी सरकार के नीतिगत फैसलों की जानकारी दी। बोले, उत्तराखंड में धर्मांतरण की घटनाओं को रोकने के लिए धर्मांतरण रोधी कानू बनाया।
हल्द्वानी में पिछले साल उपद्रव हुआ जिसके बाद सख्त दंगा रोधी कानून लागू किया। योग्य युवक परीक्षाओं में रह जाते थे। नकल माफिया से सांठगांठ कर चंद लोग नौकरी पा जाते थे। इसे रोकने को सख्त नकल रोधी कानून बनाया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस कानून का उदाहरण अन्य प्रदेशों में रखा।
समान नागरिक संहिता के उल्लंघन पर 1 लाख रुपये तक जुर्माना और तीन साल की जेलॉ
लगातार बढ़ रही पर्यटकों की संख्या
धामी ने बलताया कि उनकी सरकारी ने तीन साल में 19 हजार युवाओं को नौकरी दी। लैंड जिहाद के खिलाफ काम कर पांच हजार एकड़ जमीन खाली कराई। मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड को धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से विकसित किए गए प्रयासों के बारे में बताया। बोले, देवभूमि में पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। केदारनाथ में जीर्णोद्धार कराया गया है। मां पूर्णागिरि मंदिर के सुधार के साथ ही वहां मां शारदा नदी के तट पर भी कारीडोर बनाया जाएगा।
मानस खण्ड मंदिर माला मिशन के तहत कुमाऊं क्षेत्र के जितने भी पौराणिक मंदिर हैं, उनके सुंदरीकरण और पुनर्निर्माण का कार्य हो रहा है। प्रतिवर्ष चार करोड़ लोग उत्तराखंड कांवड़ लेने आते हैं या लेकर जाते हैं। अगले 25 वर्षों में यह संख्या तेजी से बढ़ेगी। इसके मद्देनजर गंगा कॉरिडोर हरिद्वार से ऋषिकेश तक बनाने का निर्णय लिया है ताकि धार्मिक पर्यटन तेजी से बढ़े। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को एडवेंचर टूरिज्म हब, वेडिंग डेस्टिनेशन हब, फिल्म शूटिंग हब के रूप में भी विकसित कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में ग्रामीण महिलाएं अच्छा काम कर रही हैं। कई तरह के ब्रांड बना रही हैं। उनकी आर्थिकी बढ़ाने पर भी काम हो रहा है। उनके ब्रांड एक ही नाम “हाउस आफ हिमालय, उत्तराखंड” से सरकार बाजार में ला रही है। एक लाख महिलाएं लखपति दीदी बनी हैं।
लग रहा है उत्तराखंड में हूं : पुष्कर सिंह धामी
उत्तरायणी मेले के मंच से पुष्कर सिंह धामी ने खुद को उत्तराखंड का सेवक बताया। फिर सभी को उत्तरायणी पर्व यानी मकर सक्रांति की बधाई दी। कहा, महिलाओं को नथ, गलोबंद, पिछौड़ा (पारंपरिक वेशभूषा) में देखकर मन प्रफुल्लित हुआ। लग रहा बरेली में नहीं उत्तराखंड में हूं। उन्होंने कहा ऐसे मेले हमारी सांस्कृतिक धरोहर को सजोने और आगे बढ़ाने का काम करते हैं। कलाकारों को अवसर मिलता है आगे आने का। लोकगीत
, लोकनृत्य, पौराणिक परिवेश को अगली पीढ़ी में ढालने का यह मेले अवसर देते हैं।
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