Sun. Aug 24th, 2025

Tag: न्यूज हवेली

Kedarnath Jyotirlinga : केदारनाथ : पांच नदियों की भूमि पर शिव का धाम

केदारनाथ मन्दिर (Kedarnath Temple) को बनाने के लिए इस्तेमाल किये गये पत्थरों को एक-दूसरे से जोड़ने के लिए इण्टरलॉकिंग तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इसके कारण ही यह मंदिर…

Tripurantakeshwar Temple : त्रिपुरान्तकेश्वर मन्दिर : चालुक्य राजवंश की विरासत

शिवमोग्गा जिले के बल्लिगावी (बल्ला) गांव में स्थित त्रिपुरान्तकेश्वर मन्दिर भगवान त्रिपुरान्तक यानी शिव को समर्पित है। इसका निर्माण 11वीं शताब्दी में पश्चिमी चालुक्य वंश के राजाओं ने करवाया था।…

ककनमठ : मध्य प्रदेश का “अजूबा मन्दिर”

Kakanmath Temple : ककनमठ मन्दिर (Kakanmath Temple) को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा राष्ट्रीय महत्व के स्मारक के रूप में वर्गीकृत किया गया है। हालांकि उसने यह भी कहा है…

भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग : सह्याद्रि पर्वत पर विराजित मोटेश्वर महादेव

Bhimashankar Jyotirling: वास्तुकला की नगाड़ा शैली में बनाया गया भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग मन्दिर श्रद्धालुओं के लिए प्रातः पांच बजे से रात्रि के 9:30 बजे तक खुला रहता हैं। सोमवार के प्रदोषम,…

लांगशियांग जलप्रपात : किन्शू की गर्जना भरी छलांग

Longxiang Falls: लांगशियांग फॉल्स Longxiang Falls) की विशेषताओं में इसकी विशालता के साथ ही यहां के प्राकृतिक नजारे भी शामिल हैं। इसके अलावा यहां वेई स्पाई के पास दो और…

खिर्सू : हिमालय के भव्य दर्शन और हवा में घुली ठण्ड का आनन्द

Khirsu: अक्टूबर और नवम्बर खिर्सू में घूमने और ठहरने के लिए सबसे अच्छे महीने हैं। यहां क्लाइम्बिंग और ट्रैकिंग कर सकते हैं। यदि आप प्रकृति को उसके वास्तविक सार में…

Vaidyanath Jyotirlinga : वैद्यनाथ : चिता भूमि पर शिव का धाम

Vaidyanath Jyotirlinga: श्री शिव महापुराण के अनुसार झारखण्ड के जसीडीह रेलवे स्टेशन के समीप स्थित देवघर का श्री वैद्यनाथ शिवलिंग ही वास्तविक वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग है। द्वादश ज्योतिर्लिंग की गणना के…

महाकालेश्वर : यहां दक्षिणमुखी होकर विराजमान हैं कैलासपति

Mahakaleshwar Jyotirlinga : स्वयंभू, भव्य और दक्षिणमुखी होने के कारण महाकालेश्वर महादेव (Mahakaleshwar Mahadev) की अत्यन्त पुण्यदायी महत्ता है। ऐसी मान्यता है कि इनके दर्शन मात्र से ही मोक्ष की…

सेला दर्रा : चीनी सीमा के पास तवांग का प्रवेश द्वार

Sela Pass: सेला दर्रे की प्राकृतिक सुन्दरता आश्चर्यजनक है और भौगोलिक परिवेश अद्भुत। यहां से पूर्वी हिमालय श्रृंखला के कुछ सबसे शानदार दृश्य देखे जा सकते हैं। यह एक लोकप्रिय…

सोमनाथ ज्योतिर्लिंग : यहां शाप मुक्त हुए थे चन्द्रदेव

Somnath Jyotirlinga : सोमनाथ मन्दिर (Somnath Temple) तीन प्रमुख भागों में विभाजित है- गर्भगृह, सभामण्डप और नृत्यमण्डप। इसका शिखर 150 फुट ऊंचा है। शिखर पर स्थित कलश का वजन 10…