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Tag: न्यूज हवेली

Mallikarjuna Jyotirlinga : मल्लिकार्जुन : श्रीशैल पर्वत यानी दक्षिण भारत का कैलास

Mallikarjuna Jyotirlinga: पुराणों में वर्णित है कि अपने नाराज ज्येष्ठ पुत्र कार्तिकेय को मनाने कि लिए भगवान शिव अपनी पत्नी देवी पार्वती के साथ दक्षिण भारत में पहुंचे। यहां वे…

चेन्नाकेशव मन्दिर बेलुरु: होयसल वास्तुकला का रत्न

Chennakeshava Temple Beluru: होयसल वंश के राजा विष्णुवर्धन ने 1116 ईसवी में चोलों पर अपनी जीत के उपलक्ष्य में चेन्नाकेशव मन्दिर (Chennakesava Temple Beluru) का निर्माण करवाया था। माना जाता…

माण्डू में पहाड़ पर जहाज

Jahaz Mahal : मध्य प्रदेश के माण्डू में स्थित जहाज महल (Jahaz Mahal) अपनी सुन्दर महराबों, मण्डपों आदि के कारण बहुत प्रसिद्ध है। इसमें हिन्दू अलंकरणों का प्रयोग बहुत ही…

होयसलेश्वर : ऐसा मन्दिर जो 90 साल बनने के बाद भी रहा अधूरा

Hoysaleshwara Temple : बारहवीं सदी के होयसलेश्वर मन्दिर को हेलीबीडु मन्दिर भी कहा जाता है और यह भगवान शिव को समर्पित है। इसका निर्माण होयसल साम्राज्य के अधिपति महाराजा विष्णुवर्धन…

मेहरानगढ़ : जोधपुर में “सूरज का किला”

Mehrangarh Fort : राजस्थान का दूसरा सबसे बड़ा शहर है जोधपुर और इसकी शान है मेहरानगढ़ किला जिसे “मेहरान किला” भी कहा जाता है। यह राजस्थान के सबसे बड़े, संरक्षित…

रायगढ़ : छत्रपति शिवाजी का अजेय दुर्ग

Raigarh Fort : सह्याद्रि पहाड़ियों पर करीब 5.12 वर्ग किलोमीटर में फैला रायगढ़ किला रायगढ़ जिले के महाद से 27 किलोमीटर और मुम्बई से करीब 166 किलोमीटर पड़ता है। यह…

सुचिन्द्रम मन्दिर : मुग्ध कर देने वाला शिल्प-सौन्दर्य

Suchindram Temple : स्तानुमलायन मन्दिर (सुचिन्द्रम मन्दिर) न केवल वास्तुकला के सर्वोत्कृष्ट उदाहरणों में से एक है बल्कि यह ताजमहल से भी ज्यादा सुन्दर संरचना है। तिरुवनन्तपुरम से बमुश्किल दो…

लाहौल-स्पीति : हिमाचल प्रदेश का ठंडा रेगिस्तान

लाहौल-स्पीति जिले का मुख्यालय केलांग है। 1960 में हिमाचल प्रदेश के दो जिलों लाहौल और स्पीति का आपस में विलय कर इस जिले का गठन किया गया था। विलय के…

लोंगवा : नगालैण्ड का दो देशों में फैला गांव

लोंगवा गांव (Longwa Village) में कोन्याक जनजाति (Konyak Tribe) रहती है जिसे बेहद खतरनाक माना जाता है। “हेडहण्टर” कही जाने वाली इस जनजाति के म्यांमार सीमा पर 27 गांव है।…

माउण्ट आबू : राजस्थान को प्रकृति का वरदान

माउण्ट आबू घूमने की प्लानिंग करते समय यहां के मौसम का ख्याल रखें। भले ही यह राजस्थान में है पर नवम्बर से फरवरी के बीच यहां तेज सर्दी पड़ती है।…