Thu. Feb 6th, 2025
rahul gandhi

एक खतरनाक त्रिकोण भारत को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है। इस त्रिकोण में जॉर्ज सोरोस का फाउंडेशन है, अमेरिका की कुछ एजेंसियां हैं, दूसरी तरफ ओसीसीआरपी (OCCRP) नाम का बड़ा न्यूज पोर्टल है। त्रिकोण के आखिरी और सबसे महत्वपूर्ण कोने में राहुल गांधी हैं। वह सबसे बड़े गद्दार हैं: संबित पात्रा

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नई दिल्ली। भाजपा ने गुरुवार को कांग्रेस, खासकर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर अब तक का सबसे बड़ा हमला बोला। पार्टी की ओर से इस हमले की पहल करते हुए सांसद संबित पात्रा ने एक खतरनाक त्रिकोण का जिक्र किया और राहुल गांधी को देशद्रोही तक कह दिया। उन्होंने कहा, “आज एक खतरनाक त्रिकोण के बारे में बात करने जा रहे हैं जो भारत को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है और ऐसे मैं कह सकता हूं कि राहुल देश के सबसे बड़े गद्दार हैं।” संसद के दोनों सदनों में भी भाजपा ने जार्ज सोरोस और ओसीसीआरपी के बहाने विपक्ष को घेरा।

संबित पात्रा ने आगे कहा, “हम इस खतरनाक त्रिकोण के बारे में बात करने जा रहे हैं जो भारत को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है। इस त्रिकोण में एक तरफ अमेरिका में बैठे जॉर्ज सोरोस (George Soros) का फाउंडेशन है, अमेरिका की कुछ एजेंसियां हैं, दूसरी तरफ ओसीसीआरपी (OCCRP) नाम का बड़ा न्यूज पोर्टल है। त्रिकोण के आखिरी और सबसे महत्वपूर्ण कोने में राहुल गांधी हैं। वह सबसे बड़े गद्दार हैं। मैं यह शब्द कहने से डरता नहीं हूं। मुझे लोकसभा के नेता को देशद्रोही कहने में कोई हिचक नहीं है।”

जॉर्ज सोरोस के हित में बात करता है ओसीसीआरपी

उन्होंने कहा कि सवाल उठता है कि ओसीसीआरपी (ऑर्गनाइज्ड क्राइम करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट) क्या है। बता दें यह विश्व की संस्थान है, जो 2007 में शुरू हुई थी और अगर मैं इसे ग्लोबल मीडिया एजेंसी कहता हूं तो यह अतिश्योक्ति नहीं होगी। अगर यह कुछ लिखते हैं तो उससे पूरी दुनिया में अफरा-तफरी का माहौल हो जाता है। अगर इतनी बड़ी एजेंसी  काम करती है तो पैसों की आवश्यकता होती है वर्ना इतने सारे कर्मचारी हैं, इतनी इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिज्म की जाएगी तो बहुत सारे रिसोर्सेस की जरूरत है, धन की जरूरत है।’

उन्होंने आगे कहा, “ऐसे में अगर कोई मीडिया संस्थान कुछ खुलासा करता है तो वो आयाम है कि ओसीसीआरपी की जो फंडिंग है उसका एक बड़ा हिस्सा ओपन सोसाइटी फाउंडेशन है। बाकी अमेरिका की बहुत ऐसी संस्थाएं हैं, कुछ सरकारी एजेंसियां भी हैं, जो इसे फंड देते हैं। अब ओपन सोसाइटी फाउंडेशन किसका है तो बता दें, जॉर्ज सोरोस का है। सोरोस ओसीसीआरपी को बहुत पैसा देता है। ऐसे में फ्रेंच अखबार का कहना है कि अगर कोई इतना फंड दे रहा तो साफ है कि ओसीसीआरपी तटस्थ नहीं हो सकता है। वह सामान्य रह ही नहीं सकता, जो पैसा देगा उसके हित में बात करेगा। ऐसे में ओसीसीआरपी जॉर्ज सोरोस के हित में बात करता है।”

सबसे महत्वपूर्ण कोण राहुल गांधी

संबित पात्रा ने आगे कहा, “अगर हम सबसे महत्वपूर्ण कोण के बारे में बात करें तो वो राहुल गांधी है। मैं उनके बारे में कोई मजाक नहीं बनाऊंगा क्योंकि यह गंभीर मामला है। लोकसभा के विपक्षी नेता अपने ही देश के साथ गद्दारी करने की कोशिश कर रहे हैं। जब देश का नेता ही अपनी जमीन से द्रोह कर रहा हो तो स्वाभाविक रूप से यह बहुत गंभीर विषय है। मैं हवा में बात नहीं कर रहा हूं।”

भारत की अर्थव्यवस्था को हिलाने की कोशिश की

भाजपा नेता ने आगे कहा, “ओसीसीआरपी ने भारत के बड़े-बड़े उद्योगपतियों के खिलाफ हमेशा लिखा है। वह ऐसे दिखाते हैं कि इन लोगों ने पता नहीं कितना घोटाला किया है। इसका मकसद यह था कि भारत की अर्थव्यवस्था को कैसे डगमगाया जाए। भारत के मार्केट में शेयर की कीमत गिराने का प्रयास किया कि शेयर गिरेंगे तो लोग देश की सरकार के खिलाफ हमला बोलेंगे। मगर बिडंवना देखिए कि जब-जब ऐसी रिपोर्ट सामने आई तब-तब राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके हमला बोला।”

नेशनल हेराल्ड को लेकर भी बोले संबित

संबित पात्रा ने कहा, “18 जुलाई 2021 को ओसीसीआरपी ने पेगासस रिपोर्ट को उजागर किया। 19 जुलाई 2021 को राहुल ने कॉन्फ्रेंस कर दी। यह सब सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही किया जाता था। इससे सदन स्थगित हो जाती थी। आज भी आप देख रहे कि सदन में क्या हाल है। 26 अगस्त 2022 में सुप्रीम कोर्ट ने इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया था। जुलाई 2022 में नेशनल हेराल्ड के केस में मां-बेटे से कुछ घंटे पूछताछ चल रही थी, उसी समय ओसीसीआरपी ने लिखा था कि राहुल गांधी के खिलाफ चलाई जा रही कार्रवाई अवैध हैं। इनके पीछे राजनीतिक साजिश है। इन्हें कैसे पता कि यह गलत है। आप क्या जानते हैं इस मामले के बारे में? आप भारत की सुप्रीम कोर्ट हैं? यहां तक कि इन्होंने यह भी लिखा था कि भारत में आम जनता सड़क पर उतर आई है, अफरा-तफरी मची हुई है जबकि ऐसा कुछ नहीं था।” उन्होंने कहा, “मैं पूछता हूं कि ओसीसीआरपी राहुल गांधी के बचाव में आर्टिकल क्यों छाप रही थी। इसका कारण यह है कि जब ओसीसीआरपी के खिलाफ कोई बोलता है तो राहुल खड़े हो जाते हैं।”

भारत जोड़ो यात्रा का भी किया जिक्र

भाजपा सांसद ने कहा, “राहुल गांधी की भारत तोड़ो यात्रा-जोड़ो यात्रा में शलील शेट्टी आए थे। यह सोरोस के फाउंडेशन के वाइस प्रेसिडेंट हैं। सोरोस का ओपन सोसाइटी फाउंडेशन है। इसी के वाइस प्रेसिडेंट हैं। इस तरह से यह दो बदन और एक आत्मा है।”

जहां देश का अहित, वहीं चिपक जाते हैं राहुल

पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी ने ओसीसीआरपी के एक बांग्लादेशी पत्रकार से मुलाकात की थी। वह भारत का घोर विरोधी है। दोनों की तस्वीर देखने से पता चलता है कि जहां देश का अहित वहीं राहुल चिपक जाते हैं। जो भारत से करे नफरत, वह राहुल से करे प्यार, ऐसा क्यों है?

भाजपा ने लोकसभा में भी राहुल को घेरा

लोकसभा में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाए कि विपक्ष सरकार गिराने की लगातार कोशिशें कर रहा है। उन्होंने राहुल गांधी से पूछा कि क्या आप खालिस्तान समर्थकों और कश्मीर का विभाजन चाहने वालों से नहीं मिले? निशिकांत ने आगे कहा कि विपक्षी नेताओं का एक धड़ा पीएम नरेंद्र मोदी की अगुआई में देश को मिली तरक्की को गलत साबित करना चाहता है। एक संस्था मीडियापार्ट ने एक रिपोर्ट में बताया कि OCCRP संगठन का यह काम है कि कैसे संसद की कार्यवाही को रोका जाए।

राज्यसभा में भी गूंजा OCCRP का मुद्दा

OCCRP यानी ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट का मुद्दा राज्यसभा में गूंजा। भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने विपक्ष पर जमकर बरसे। दरअसल, हाल के दिनों में फ्रांस के एक अखबार ने ओसीसीआरपी को लेकर एक रिपोर्ट छापी थी। इस रिपोर्ट में दावा किया गया था कि ओसीसीआरपी की रिपोर्ट न्यूट्रल नहीं है। शून्यकाल के दौरान सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “जब भारत पीएम मोदी के नेतृत्व में सामरिक, आर्थिक और कूटनीतिक शक्ति बनकर उभरा है, तब से विदेश की बहुत सी ऐसी गतिविधियां हैं, जो भारत की व्यवस्था के आर्थिक, नैतिक, सामाजिक पक्ष पर हमला कर रही हैं। फ्रांस के एक प्रकाशन ने ऑर्गनाइज क्राइम करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट पर एक रिपोर्ट पेश की है। इस रिपोर्ट के अनुसार, इस प्रोजेक्ट को विदेशी सरकारों की फंडिंग है और इसमें जॉर्ज सोरोस का भी कनेक्शन है। इस रिपोर्ट का फोकस भारत पर भी है।”

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