चीन और पाकिस्तान के अधिकारियों की बैठक के बाद दोनों देशों ने 30 सूत्रीय साझा बयान जारी किया जिसमें कश्मीर मुद्दा भी शामिल था।
इस्लामाबाद। दुनिया का कोई भी मंच हो, पाकिस्तान उसमें “राग कश्मीर” जरूर गाता है। विभाजन के बाद हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद से ही वह ऐसा करता रहा है। लेकिन, भारत की बढ़ती ताकत और सख्त तेवर तथा अपनी आर्थिक बदहाली और और अंदरूनी हालात के चलते वह शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन (SCO) के शिखर सम्मेलन में ऐसा करने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। पर यहां भी सीनाजोरी से बाज नहीं आया। इसके बजाय उसने अपने आका चीन की आड़ में यह मुद्दा उठाया।
दरअसल, SCO शिखर सम्मेलन में चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग भी शामिल हुए। वह चार 4 दिवसीय द्विपक्षीय यात्रा पर पाकिस्तान पहुंचे हैं। ली कियांग ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मुलाकात की। चीन और पाकिस्तान के अधिकारियों की बैठक के बाद दोनों देशों ने 30 सूत्रीय साझा बयान जारी किया जिसमें कश्मीर मुद्दा भी शामिल था।
चीन-पाकिस्तान के 30 सूत्रीय बयान के 25वें बिंदु में कश्मीर मुद्दे का जिक्र किया गया है। चीनी प्रधानमंत्री ने कश्मीर मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र (UN) चार्टर से हल करने की बात कही है। चीन ने जोर दिया है कि कश्मीर मुद्दे को दोनों देश शांतिपूर्ण ढंग से हल करें। साथ ही इस समझौते में एक बात यह भी कही गई है कि चीन पाकिस्तान की संप्रभुता की रक्षा करेगा, जो परोक्ष रूप से भारत के लिए है।