News HavelI, वाराणसी। बाबा विश्वनाथ की नगरी के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र मदनपुरा में मिले सिद्धिश्वर महादेव मंदिर (Siddhishwar Mahadev Temple Varanasi) के कपाट बुधवार को खोल दिए गए। मंदिर में सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मौके पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है।
सिद्धिश्वर महादेव मंदिर (Siddhishwar Mahadev Temple) को खुलवाने के लिए बीते 6 जनवरी को सनातन रक्षक दल के प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं और बंगाली ने गोदौलिया चौराहे पर प्रशासन को जगाने के लिए प्रतीकात्मक प्रदर्शन किया था। उन्होंने प्रशासन से अपील करते हुए कहा था कि जब कागजों पर यह प्रमाणित हो चुका है कि इस मंदिर की जमीन नहीं बिकी है तो फिर मंदिर में पूजा शुरू करने की अनुमति दी जाए। गौरतलब है कि मंदिर को फिर से खोलने की मांग करने वाले समूह को पहले ही स्पष्ट कर दिया गया था कि दशाश्वमेध थाना क्षेत्र में स्थित इस मंदिर को फिर से खोलने पर अंतिम निर्णय सभी तथ्यों और दस्तावेजों की जांच के बाद ही लिया जाएगा। तब तक वहां पुलिस बल तैनात रहेगा।
यह है मामला
मदनपुरा के गोल चबूतरा इलाके में स्थित मकान नंबर डी-31/65 के पास 17 दिसंबर 2024 को एक बंद मंदिर मिला था। सनातन रक्षा दल के कार्यकर्ता वहां पूजा शुरू कराने पहुंचे थे लेकिन प्रशासन ने स्वामित्व की जांच का हवाला देते हुए मामला शांत कर दिया। पिछले दिनों जिला प्रशासन ने दस्तावेज की जांच की जिसमें यह पाया गया कि मंदिर एक सार्वजनिक स्थल है। केवल मंदिर से सटे भवन को मुस्लिम परिवार को बेचा गया था। इसके बाद मंदिर के कपाट खोलने का निर्णय लिया गया जिससे धार्मिक गतिविधियां फिर से शुरू हो सकें।
पता चला है कि बेचा गया मकान और सिद्धिश्वर महादेव मंदिर तत्कालीन बंगाल के एक ताल्लुकेदार परिवार की निजी संपत्ति था। आजादी से पहले ही यह परिवार मकान को बेचकर अपने मूल स्थान (जो अब बांग्लादेश में है) चले गया था।