बिनसर : झांडी ढार पहाड़ी पर पक्षियों का संसार
बिनसर पक्षी अभयारण्य से हिमालय की बर्फ से ढकी करीब 300 किलोमीटर लम्बी पर्वत श्रृंखला के दर्शन किये जा सकते हैं जिसमें चौखम्बा, त्रिशूल, नन्दादेवी और पंचाचूली जैसे हिम शिखर…
बिनसर पक्षी अभयारण्य से हिमालय की बर्फ से ढकी करीब 300 किलोमीटर लम्बी पर्वत श्रृंखला के दर्शन किये जा सकते हैं जिसमें चौखम्बा, त्रिशूल, नन्दादेवी और पंचाचूली जैसे हिम शिखर…
चेन्नई से लगभग 351 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में कावेरी नदी के तट पर स्थित इस शहर में 75 से अधिक छोटे-बड़े मन्दिर हैं जिस कारण इसे “मन्दिरों की नगरी” भी कहा…
तेलंगाना का दूसरा सबसे सबसे बड़ा शहर आदिलाबाद (Adilabad) प्रकृति प्रेमियों के लिए एक शानदार गन्तव्य स्थल है। यह एक ऐतिहासिक शहर भी है जहां कई राजवंशों ने शताब्दियों तक…
Berinag: बेरीनाग का बेणीनाग मन्दिर कुमाऊं के प्रमुख नाग मन्दिरों में एक है। इस मन्दिर के कारण ही इस क्षेत्र को बेणीनाग कहा जाने लगा जो बाद में बेड़ीनाग हो…
यूं तो गोवा में 35 शानदार समुद्र तट हैं पर इनमें से अंजुना बीच विदेशियों के बीच बहुच लोकप्रिय है। यहां पहुंचने वाले पर्यटकों में ज्यादातर विदेशी जोड़े और युवा…
मोढेरा सूर्य मन्दिर भारतीय स्थापत्य एवं शिल्पकला का बेजोड़ उदाहरण है। मन्दिर की संरचना कुछ इस तरह की है कि विषुव के समय सूर्य की किरणें मन्दिर के गर्भगृह में…
कोवलम के बेहद खूबसूरत समुद्री तटों (बीच) की गिनती दुनिया के बेहतरीन समुद्री किनारों में होती है। केरल की राजधानी तिरुवनन्तपुरम से सिर्फ 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कोवलम…
माता सती की यह शक्तिपीठ बलूचिस्तान के लसबेला जिले की लारी तहसील के दूरस्थ पहाड़ी इलाके में एक संकीर्ण घाटी में स्थित है। यह कराची के उत्तर-पश्चिम में 250 किलोमीटर…
पर्यावरण संरक्षण को समर्पित नेपाल के नेपालगंज का “नेपालगंज साइकिलिंग क्लब” समय-समय पर “नेपालगंज साइकिल फेस्टिवल” के अन्तर्गत “टूर द ठाकुरद्वारा” (Tour The Thakurdwara) आयोजित करता रहता है। इस प्रतिष्ठित…
अगर आप अपने माता-पिता और बच्चों के साथ छुट्टी बिताना चाहते हैं तो गोवा की जगह दीघा जा सकते हैं। इतिहास के पन्नों में भी दीघा का उल्लेख है। इसका…