Wed. Apr 16th, 2025
camp hill virus

MONAL

News Haveli, वाशिंगटन। पिछले कुछ वर्षों में कोरोना, हेंड्रास, निपाह, मंकीपॉक्स आदि वायरस दुनियाभर में लाखों लोगों की जान ले चुके हैं। अब एक और खतरनाक वायरस पहली बार इंसानों में पाया गया है। कैंप हिल वायरस (Camp Hill Virus) नामक इस वायरस को अति संक्रामक और घातक माना जा रहा है। इसकी पहचान अमेरिका में हुई है। (Camp Hill Virus: A virus more deadly than Nipah found in humans for the first time)

न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय और सिटी कॉलेज (न्यूयॉर्क) के शोधकर्ताओं ने उत्तरी अमेरिका में हेनिपा वायरस (Henipa Virus) के एक नए प्रकार की पहचान की है, जो इस महाद्वीप में पहली बार पाया गया है। यह वायरस छछुंदरों से मनुष्यों में फैल सकता है, जिससे वैज्ञानिकों में चिंता बढ़ गई हैं। हेनिपा वायरस का कोई ज्ञात उपचार या टीका नहीं है। पहले माना जाता था कि कैंप हिल वायरस केवल ऑस्ट्रेलियाई फल खाने वाले चमगादड़ों द्वारा फैलता है लेकिन उत्तरी अमेरिकी छछूंदरों में इसका दिखना बताता है कि यह वायरस पहले की अपेक्षा कहीं अधिक व्यापक रूप से फैल सकता है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताया कि अभी तक कैंप हिल वायरस को कभी भी मनुष्यों में नहीं देखा गया था, यह पहली बार है। कैंप हिल (Camp Hill) नाम के इस वायरस का संक्रमण (Virus Infection) इंसानों को कई प्रकार से प्रभावित करने वाला हो सकता है। कैंप हिल वायरस को जूनोटिक (zoonotic virus) माना जाता रहा है। इसका मतलब है कि यह जानवरों से मनुष्यों में फैल सकता है। यह वायरस निपाह से ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है।

गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों का खतरा : डॉ. राइज पैरी

ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में स्कूल ऑफ केमिस्ट्री एंड मॉलिक्यूलर बायोसाइंसेज के डॉ. राइज पैरी बताते हैं कि हेनिपा वायरस अब तक दुनिया के कई हिस्सों में इंसानों और जानवरों में गंभीर बीमारी और मौत का कारण बनाता रहा है। चूंकि कैंप हिल वायरस भी हेनिपावायरस परिवार से ही संबंधित है, इसलिए इसके कारण गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों का खतरा हो सकता है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) हेनिपा वायरस और इसकी अन्य प्रजातियों को वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा मानता है।

पहले की अपेक्षा कहीं अधिक व्यापक रूप से फैलने का खतरा

पहले माना जाता था कि कैंप हिल वायरस केवल चमगादड़ों द्वारा फैलता है लेकिन अब इसका छछुंदर जैसे अन्य जानवरों में दिखाना और भी चिंता बढ़ाने वाला हो सकता है। इससे स्पष्ट होता है कि यह वायरस पहले की अपेक्षा कहीं अधिक व्यापक रूप से फैल सकता है। अभी तक किसी इंसान में इसकी जानकारी नहीं मिली थी। विशेषज्ञ कहते हैं कि अमेरिका में मामला सामने आने के बाद इसके कारण होने वाले खतरों को समझना और संक्रमण की रोकथाम को लेकर प्रयास करना बहुत जरूरी हो गया है।

70 प्रतिशत तक हो सकती है मृत्युदर

वैज्ञानिक बताते हैं कि हेनिपा वायरस परिवार के अन्य वायरस जैसे हेंड्रा वायरस हो या निपाह  (Nipah Virus), इन सभी को इंसानों के लिए बहुत खतरनाक पाया गया है। हेंड्रा वायरस के कारण मृत्युदर प्रतिशत जबकि निपाह के कारण 40-75% की मृत्युदर देखी जाती रही है। कैंप हिल वायरपस के बारे में अभी बहुत ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं हैं पर इसकी फैमिली हिस्ट्री को देखते हुए इसे भी इंसानों के लिए बहुत खतरनाक बताया जाता रहा है।

क्या कहते हैं वैज्ञानिक?

क्वींसलैंड विश्वविद्यालय में शोधकर्ता डॉ. एरियल इसाक ने बताया कैंप हिल वायरस की प्रकृति को समझने के लिए अध्ययन किया जा रहा है ताकि इससे बचाव के बेहतर तरीकों की पहचान की जा सके। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार हेनिपावायरस से संक्रमित होने का सबसे अधिक जोखिम उन लोगों को होता है जो संक्रमित जानवरों (मुख्य रूप से चमगादड़ और सूअर) के संपर्क में आते हैं या जानवरों के शरीर के तरल पदार्थों से दूषित खाद्य पदार्थ खाते हैं। हेनिपा वायरस या इससे मिलते-जुलते अन्य वायरस के संक्रमण के लिए अब तक कोई विशिष्ट एंटीवायरल उपचार नहीं है। यह प्रायः गंभीर श्वसन रोग और इंसेफेलाइटिस का कारण बनता है जिसके कारण सांस लेने में दिक्कत, मस्तिष्क की सूजन, दौरे और कोमा की दिक्कत हो सकती है।

 

3 thought on “कैंप हिल वायरस : पहली बार इंसानों में मिला निपाह से भी घातक Virus”
  1. A code promo 1xBet est un moyen populaire pour les parieurs d’obtenir des bonus exclusifs sur la plateforme de paris en ligne 1xBet. Ces codes promotionnels offrent divers avantages tels que des bonus de dépôt, des paris gratuits, et des réductions spéciales pour les nouveaux joueurs ainsi que les utilisateurs réguliers.code promo 1xbet 200

  2. naturally like your website however you have to test the spelling on several of your posts. Several of them are rife with spelling issues and I in finding it very bothersome to tell the reality then again I’ll certainly come back again.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *