उजड़े चमन के धूल के फूल
कभी नाउम्मीदी के श्मशान में बदल चुकी श्रमिक बस्तियों के अनगिनत होनहार सीए, एमबीए, डॉक्टर, इंजीनियर, सैन्य अधिकारी, शिक्षक बन इंसान की जिजीविषा का जयघोष कर रहे हैं। गजेन्द्र त्रिपाठी…
कभी नाउम्मीदी के श्मशान में बदल चुकी श्रमिक बस्तियों के अनगिनत होनहार सीए, एमबीए, डॉक्टर, इंजीनियर, सैन्य अधिकारी, शिक्षक बन इंसान की जिजीविषा का जयघोष कर रहे हैं। गजेन्द्र त्रिपाठी…
पत्रकारिता ऐसा क्षेत्र है जहां रोजाना नयी-नयी तरह की खबरें और चुनौतियां सामने होती हैं। हर घटना कुछ सबक दे जाती है, बशर्ते आपके आंख-कान खुले हों तथा दिमाग चौकन्ना,…