Kutch Great Indian Bustard Sanctuary: गम्भीर रूप से लुप्तप्राय पक्षी ग्रेट इण्डियन बस्टर्ड (Ardeotis nigriceps) का संरक्षण करने के उद्देश्य से इसकी स्थापना की गयी थी हालांकि यहां तीन तरह के बस्टर्ड देखे गये हैं।
न्यूज हवेली नेटवर्क
गुजरात के कच्छ जिले के नलिया तालुका के जाखौ और बुड़िया गांवों के वन क्षेत्र में मात्र दो वर्ग किलोमीटर में फैली पक्षियों की इस दुनिया को स्थानीय लोग लाला प्रजनन अभयारण्य कहते हैं। सरकारी रिकॉर्ड में इसका नाम है कच्छ ग्रेट इण्डियन बस्टर्ड अभयारण्य (Kutch Great Indian Bustard Sanctuary)। गम्भीर रूप से लुप्तप्राय पक्षी ग्रेट इण्डियन बस्टर्ड (Ardeotis nigriceps) का संरक्षण करने के उद्देश्य से इसकी स्थापना की गयी थी हालांकि यहां तीन तरह के बस्टर्ड देखे गये हैं। ।
ग्रेट इण्डियन बस्टर्ड (Great Indian Bustard) दुनिया की सबसे बड़ी उड़ने वाली पक्षी प्रजातियों में से एक है। इसे विभिन्न राज्यों में कई नामों से जाना जाता है, जैसे मालधोक, यरभूट, घोराड, गोदावन, तुकदार, सोहन चिड़िया आदि। यह घास के मैदान की प्रमुख प्रजाति मानी जाती है जो चरागाह पारिस्थितिकी का प्रतिनिधित्त्व करती है। इसकी अधिकतम आबादी राजस्थान और गुजरात तक ही सीमित है। महाराष्ट्र, कर्नाटक और आन्ध्र प्रदेश में यह पक्षी कम संख्या में पाया जाता है। विद्युत लाइनों से टकराव (इलेक्ट्रोक्यूशन), पाकिस्तान में होने वाले शिकार, प्राकृतिक आवासों के नष्ट होने और व्यापक कृषि विस्तार के परिणामस्वरूप यह गम्भीर खतरे में है। अन्तरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ ने इसे रेड लिस्ट में सूचीबद्ध किया है।

कच्छ ग्रेट इण्डियन बस्टर्ड अभयारण्य (Kutch Great Indian Bustard Sanctuary) की सबसे बड़ी विशेषता है विभिन्न प्रकार की घास के मैदान। अभयारण्य में और उसके आसपास मानव आबादी बहुत विरल है। पशुधन चराई यहां की महत्वपूर्ण गतिविधियों में से एक है। यहां हैरियर, सामान्य क्रेन, ब्लैक पार्ट्रिज, सैण्ड ग्राउज़, ब्लैक एण्ड ग्रे फ्रैंकोलिन, स्पॉटेड इण्डियन सैण्डग्राउज, बटेर, लार्क, श्रिक, कोर्सर प्लोवर, इम्पीरियल ईगल, फ्लेमिंगो, बगुल, सैण्डपाइपर, लेसर फ्लोरिकन, हापर आदि पक्षियों को मस्ती करते और उड़ान भरते देखा जा सकता है। यहां भेड़िया, काराकल, रेगिस्तानी बिल्ली, सियार, धारीदार लकड़बग्घा, लोमड़ी, नेवला, नीला बैल, चिंकारा, कांटेदार पूंछ वाली छिपकली और विभिन्न प्रकार के सांप भी मिलते हैं।
ऐसे पहुंचें कच्छ ग्रेट इण्डियन बस्टर्ड अभयारण्य (How to reach Kutch Great Indian Bustard Sanctuary)
यह पक्षी अभयारण्य कच्छ जिला मुख्यालय भुज से करीब 105 किलोमीटर दूर है। भुज एयरपोर्ट यहां से करीब 109 किमी पड़ता है जहां के लिए मुम्बई से सीधी उड़ान है। गांधीनगर, मुम्बई, जयपुर, दिल्ली, बरेली आदि से भुज के लिए ट्रेन मिलती हैं। भुज के लिए गुजरात के सभी प्रमुख शहरों से बस और टैक्सी मिलती हैं। भुज से अभयारण्य के लिए स्थानीय बस सेवा है और टैक्सी भी मिलती हैं।