Nepal Landslide: प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, काठमांडू जा रही बस में 24 लोग सवार थे जबकि दूसरी बस में 41 लोग सवार थे। लगातार बारिश के कारण नदी में समाई बसों से लोगों को निकालने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि इन दिनों नेपाल में मूसलधार बारिश हो रही है।
काठमांडू। नेपाल के चितवन जिले में शुक्रवार को तड़के हुई एक हृदय विदारक घटना में भूस्खलन की चपेट में आकर दो बसें उफनाई त्रिशूली नदी में जा गिरीं। मध्य नेपाल में मदन-आश्रित राजमार्ग पर भूस्खलन के वजह से हादसे का शिकार हुईं इन बसों में ड्राइवरों समेत 65 लोग सवार थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हादसे में 7 भारतीयों और एक बस चालक की मौत हो चुकी है जबकि 50 से ज्यादा लोग लापता हैं। चितवन के मुख्य जिला अधिकारी इंद्रदेव यादव ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि ये बसें सुबह करीब 3:30 बजे नदी में बह गईं।
जिलाधिकारी यादव के मुताबिक, भूस्खलन में एंजेल और गणपति डीलक्स नाम की बसें बही हैं, जो काठमांडू से रौतहट के गौर जा रही थीं। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, काठमांडू जा रही बस में 24 जबकि दूसरी बस में 41 लोग सवार थे। उन्होंने कहा कि हम घटनास्थल पर टीम के साथ हैं और तलाशी अभियान चल रहा है। लगातार बारिश के कारण नदी में समाई बसों से लोगों को निकालने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि इन दिनों नेपाल में मूसलधार बारिश हो रही है।
अधिकारियों ने बताया है कि गणपति डीलक्स बस में सवार तीन यात्री बस से कूदकर अपनी जान बचाने में सफल रहे। पुलिस अधीक्षक भावेश रिमल ने बताया कि नेपाल पुलिस और सशस्त्र पुलिस बल के जवान राहत एवं बचाव कार्य में लगे हुए हैं।
प्रधानमंत्री प्रचंड ने घटना पर दुख जताया
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने ने एक्स पर ट्वीट करके इस दुर्घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा, “नारायणगढ़-मुग्लिन सड़क खंड पर भूस्खलन में बस के बह जाने से लगभग पांच दर्जन यात्रियों के लापता होने की रिपोर्ट और देश के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ और भूस्खलन के कारण संपत्तियों के नुकसान से मैं बहुत दुखी हूं। मैं गृह प्रशासन सहित सरकार की सभी एजेंसियों को यात्रियों की खोज और प्रभावी बचाव के निर्देश देता हूं।”