Swaraj Dweep में एशिया के कुछ सबसे अच्छे समुद्र तट हैं जो तैराकी, हाथी की सवारी और प्रवाल भित्तियों के लिए जाने जाते हैं। नयनाभिराम सूर्योदय और सूर्यास्त, पानी के नीचे की दुनिया, कहीं नीले तो कहीं हरे नजर आते समुद्र के पानी में नाव की सवारी और चांदी-सी चमकती तट की रेत इस द्वीप को स्वर्ग जैसा बनाती है।
न्यूज हवेली नेटवर्क
पोर्टब्लेयर से उड़ा हमारा हेलीकॉप्टर आसमान में पहुंचा तो नीचे अद्भुत नजारा था। समुद्र के नीले पानी में सैकड़ों द्वीप रंग-बिरंगे मोतियों की अनगढ़ लड़ियों की तरह बिखरे पड़े थे। हम इस सुन्दर नजारे का आनन्द ले ही रहे थे कि पायलट ने बताया कि हेलीकॉप्टर स्वराज द्वीप (Swaraj Island) पहुंचने वाला है। द्वीप के करीब पहुंच कर हेलीकॉप्ट कुछ नीचे की ओर हुआ तो कुदरत मानो अपने सम्पूर्ण सौन्दर्य के साथ हमारे इस्तकबाल को तैयार थी। नीले समन्दर के किनारे चांदी-सी चमकती रेत पर कहीं-कहीं काली चट्टानें और उष्णकटिबंधीय सदाबहार जंगल। इस पर भी गजब यह कि सिजलिंग तटों पर समन्दर का पानी कहीं-कहीं एक्वा ग्रीन लग रहा था।
स्वराज द्वीप (Swaraj Island) में एशिया के कुछ सबसे अच्छे समुद्र तट हैं जो तैराकी, हाथी की सवारी और प्रवाल भित्तियों के लिए जाने जाते हैं। नयनाभिराम सूर्योदय और सूर्यास्त, पानी के नीचे की दुनिया, कहीं नीले तो कहीं हरे नजर आते समुद्र के पानी में नाव की सवारी और चांदी-सी चमकती तट की रेत इस द्वीप को स्वर्ग जैसा बनाती है। इसके समुद्र तटों पर प्रातःकाल पानी काफी कम होता है लेकिन दोपहर होते-होते ये पानी से भर जाते हैं। यही कारण है कि इसे अण्डमान-निकोबार का सबसे सुन्दर द्वीप कहा जाता है।
भारत सरकार द्वारा स्वराज द्वीप (Swaraj Island) को पर्यावर्णीय पर्यटन (इको टूरिज्म) विकसित करने के लिए चुने जाने के बाद यहां के समुद्र तटों को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति मिलनी शुरू हुई। टाइम मैगजीन ने 2004 में इसके पश्चिमी तट के तट नम्बर सात (राधानगर बीच) को एशिया का सर्वोत्तम सी-बीच घोषित चुना था। इसको दुनिया के सात सबसे सुन्दर समुद्र तटों में भी स्थान प्राप्त है। यह द्वीप 2004 में हिन्द महासागर में आयी सुनामी का प्रभाव भी झेल चुका है। यहां गोविन्द नगर के पास एक लाइटहाऊस है जिसे 2005 में बनाया गया था। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यहां हर साल जनवरी में दस दिवसीय पर्यटन महोत्सव मनाया जाता है। बीच फ़ेस्टिवल इस द्वीप के उत्सवों की सूची में एक नया उत्सव है।
स्वराज द्वीप (Swaraj Island) अण्डमान-निकोबार द्वीपसमूह के रिची द्वीपसमूह का सबसे बड़ा द्वीप है। यह अण्डमान द्वीप समूह में बृहत् अण्डमान से पूर्व में पील और नील द्वीपों के मध्य स्थित है। प्रशासनिक रूप से यह दक्षिण अण्डमान जिले का भाग है और पोर्ट ब्लेयर से 41 किलोमीटर पूर्वोत्तर में स्थित है। एक रिपोर्ट के अनुसार इस द्वीप में म्यांमार और बंगाल के अप्रवासियों को समायोजित किया गया है। इस द्वीप के कई निवासी सन् 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के दौरान आये शरणार्थी और उनके वंशज हैं।
पर्यटक नहीं, बैकपैकर बनो और खूब घूमो
इसका नाम ब्रिटिश जनरल हेनरी हैवलॉक के नाम पर हैवलॉक द्वीप रखा गया था जो उपनिवेश काल में यहां नियुक्त थे। लगभग 113 वर्ग किलोमीटर में विस्तृत इस द्वीप में पांच मुख्य गांव या बस्तियां हैं- गोविन्दा नगर, कृष्णा नगर, राधा नगर, श्याम नगर और बिजॉय नगर। वर्ष 2018 में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को श्रद्धांजलि के रूप में इस द्वीप का नाम स्वराज द्वीप कर दिया गया। नेताजी ने भारत की आजादी से पहले 1943 में इस द्वीप पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया था।
स्वराज द्वीप के घूमने योग्य प्रमुख स्थान (Major places to visit in Swaraj Dweep)
इस द्वीप में सात समुद्र तट हैं जिन्हें राधानगर बीच, विजयनगर बीच, एलिफेंट बीच, कालापत्थर बीच, गोविन्दनगर बीच तथा बीच नम्बर एक और दो के नाम से जाना जाता है।
राधानगर बीच (Radhanagar Beach) :
यह सात किलोमीटर लम्बा समुद्र तट दुनिया के सबसे खूबसूरट समुद्र तटों में शामिल है। इसको स्वराज द्वीप की शान कहा जाता है। पर्यटक सफेद रेत, सिजलिंग तट, क्रिस्टल नीले पानी को देखने तथा हरे-भरे सदाबहार जंगलों के सौन्दर्य और गर्मी को महसूस करने के लिए इस समुद्र तट पर पहुंचते हैं। यहां आप धूप स्नान का आनन्द ले सकते हैं। स्कूबा डाइविंग यहां की सबसे पसन्दीदा गतिविधियों में से एक है।
एलिफेंट बीच (Elephant Beach) : य़ह भी भारत के कुछ सबसे अच्छे समुद्र तटों में शामिल है जो नीले रंग के पारदर्शी पानी, शान्त वातावरण और अदभुत दृश्यों के लिए जाना जाता है। पर्यटक यहां कोरल रीफ, तैराकी, स्कूबा डाइविंग, स्नॉर्कलिंग व कई अन्य पानी के खेलों और गतिविधियों का आनन्द ले सकते हैं।
कालापत्थर बीच (Kalapathar Beach) :
स्वराज द्वीप के सबसे सुन्दर स्थानों में से एक यह बीच किसी को भी सम्मोहित कर सकता है। इसको यह नाम यहां बहुतायत में पायी जाने वाली काली चट्टानों की वजह से मिला है। चमकदार चांदी जैसी रेत और एक्वा ग्रीन पानी इसे अद्भुत आकर्षण प्रदान करते हैं। हालांकि यह तट कुछ अलग-थलग और कम भीड़-भाड़ वाला है।
विजयनगर बीच (Vijaynagar Beach) : स्वराज द्वीप (Swaraj Island) का बीच नम्बर पांच यानी विजयनगर बीच बर्ड वाचिंग, मछली के शिकार तथा तैराकी, नौकायन, सर्फिंग और स्नॉर्कलिंग जैसे रोमांचकारी पानी के खेलों के लिए जाना जाता है। साफ नीले आसमान के नीचे चमकती सफेद रेत और अक्सर फिरोजी नजर आने वाले पानी की वजह से इसकी प्रसिद्धी बढ़ती जा रही है। यहां का सूर्योदय शानदार है। जैसे ही सूरज की किरणें रेत को छूती हैं, वे चूर्णित सोने में बदल जाती हैं और पूरा वातावरण मशाल की रोशनी जैसी आभा और बैंगनी रंग की एक सुन्दर छटा में बदल जाता है। फोटोग्राफी के शौकीन लोगों को इस बीच पर अवश्य जाना चाहिए।
स्वराज द्वीप घूमने का सही समय (Best time to visit Swaraj Island)
यहां का मौसम हर समय सुखद बना रहता है इसलिए वर्ष के किसी भी समय यहां जाया जा सकता है। यदि आप खास पर्यटन के मौसम में जाना चाहते हैं तो नवम्बर से मार्च के बीच का समय सबसे अच्छा रहेगा। लेकिन यदि आप भीड़ से बचना चाहते हैं तो जून और सितम्बर के बीच यहां घूमने का कार्यक्रम बनाएं।
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ऐसे पहुंचे स्वराज द्वीप (This is how Swaraj Island reached)
भारत की मुख्य भूमि से स्वराज द्वीप (Swaraj Island) पहुंचने के लिए कोई सड़क या रेल मार्ग नहीं हैं। ऐसे में यहां तक विमान अथवा जहाज से ही पहुंचा जा सकता है। निकटतम हवाई अड्डा पोर्टब्लेयर का वीर सावरकर इण्टरनेशनल एयरपोर्ट यहां से करीब 65 किलोमीटर दूर है जहां के लिए चेन्नई, कोलकाता, दिल्ली, भुवनेश्वर, विशाखापत्तनम आदि से उड़ानें हैं। निकटतम बड़ा बन्दरगाह पोर्टब्लेयर का हड्डो घाट बन्दरगाह यहां से करीब 67 किलोमीटर दूर है जहां के लिए चेन्नई, कोलकाता और विशाखापत्नम से जहाज चलते हैं। अण्डमान निकोबार के द्वीपों के बीच अच्छी इण्टर आइलैण्ड एयर और वाटर कनेक्टीविटी है। पोर्टब्लेयर से स्वराज द्वीप को जोड़ने के लिए हेलीकॉप्टार, सी प्लेन और फेरी (नौका) सेवा है।
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