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रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने मंगलवार को घोषणा की कि रेलवे की तरफ से एक नए सुपर ऐप पर काम किया जा रहा है। इस ऐप पर रेलवे की सभी सेवाएं उपलब्ध रहेंगी।

नई दिल्ली। भारतीय रेल (Indian Railways) ट्रेन के सफर को आसान बनाने के लिए टेक्नोलॉजी पर फोकस किये हुए है और इसको अपडेट करने का काम जारी है। इसी कड़ी में एक नया रेलवे सुपर ऐप (Railway Super App) जल्द ही आ रहा है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने मंगलवार को घोषणा की कि रेलवे की तरफ से एक नए सुपर ऐप पर काम किया जा रहा है। इस ऐप पर रेलवे की सभी सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। मौजूदा वक्त में ट्रेन टिकट बुकिंग के लिए IRCTC ऐप और वेबसाइट का इस्तेमाल किया जाता है, जबकि ट्रेन के स्टेट्स को ट्रैक करने से लेकर पीएनआर चेक करने के लिए अलग ऐप का इस्तेमाल किया जाता है। इससे यात्रियों को काफी दिक्कत होती है। इस समस्या को दूर करने के लिए ही नए सुपर ऐप (Super App) पर काम किया जा रहा है।

अश्विनी वैष्णव ने हालांकि रेलवे के नए सुपर ऐप को लेकर ज्यादा जानकारी नहीं दी गई। लेकिन, ऐसा माना जाता रहा है कि इस ऐप पर मोबाइल यूजर्स ऑनलाइन टिकट बुकिंग करने के साथ पीएनआर स्टेट्स को चेक कर पाएंगे। इसके अलावा ट्रेन के ऑनलाइन रनिंग स्टेट्स को चेक करने में भी आसानी होगी। एक रिपोर्ट के मुताबिक इस ऐप पर कुल 90 करोड़ रुपये खर्च होंगे और तीन साल से अधिक का वक्त लगेगा। रेलवे के सुपर एप को CRIS तैयार करेगा जो कि रेलवे के लिए आईटी का काम देखता है।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने बताया कि ट्रेन के इंफ्रॉस्ट्रक्चर को बेहतर बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। सरकार पिछले एक दशक से इंडियन रेलवे के अत्याधुनिक बनाने पर जोर दे रही है। साथ ही इसे डिजिटली पहले के मुकाबले ज्यादा बेहतर बना रही है। गौरतलब है कि आज के समय में प्लेटफॉर्म से लेकर जनरल टिकट को ऑनलाइन मोड से खरीदा जा सकता है, जिसके लिए पहले तक लंबी लाइन लगानी पड़ती थी। हालांकि रेलवे की सभी ऑनलाइन सर्विस अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर मौजूद हैं जिनको एक जगह पर लाने के लिए सुपर ऐप पर तेजी से काम किया जा रहा है।

रेल मंत्री ने कहा कि सरकार रेलवे की सेफ्टी पर पूरा ध्यान दे रही है। इससे ट्रेन दुर्घटनाओँ की संख्या में कमी देखने को मिली है। सरकार की तरफ से स्वदेशी ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन (ATP) सिस्टम लागू किया गया है जिसे “कवच” के नाम से जाना जाता है। मौजूदा वक्त में 10 हजार कवच लगाए गए हैं जो ट्रेन की आपस में होने वाली टक्कर को रोकते हैं।

 

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