News Haveli, आजमगढ़। (Solver gang busted) पुलिस और एसओजी की संयुक्त कारवाई में सरकारी नौकरी दिलाने का दावा करने वाले सॉल्वर गैंग (Solver Gang) का पर्दाफाश हुआ है। पकड़े गए लोग बिहार और उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के रहने वाले हैं। इनके पास से एक अर्टिका कार, 6 मोबाइल फोन, 1 कूटरचित आधार कार्ड, 3 प्रवेश पत्र और 1 प्रश्न पुस्तिका बरामद हुई है। बिहार का रहने वाला अंकित गुमा प्रतियोगी परीक्षा पास कराने के लिए 10 लाख रुपये में डील करता था। वह परीक्षा में पास कराने के साथ ही नौकरी दिलाने का भी ठेका लेता था।
ऐसे हआ खुलासा
पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना ने सोमवार को प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शिब्ली नेशनल कालेज परीक्षा केंद्र में यूपीसीसीएससीआर (UPCCSCR) 2024-25 की परीक्षा संचालित की जा रही थी। केंद्राध्यक्ष के प्रार्थना पत्र के आधार पर 4 जनवरी को प्रथम पाली की परीक्षा में कक्ष संख्या-103 में गाजीपुर जिले के ग्राम मऊपारा देवकली निवासी अनूप सागर शामिल हुआ। उसके आधार वेरिफिकेशन प्रक्रिया में केवाईसी अपडेट न हो पाने के कारण डाटा का मिलान नहीं हो पा रहा था।
संदेह होने ने पर पूछताछ की गई तो गया उसने स्वयं को अनूप सागर बताया लेकिन जब परीक्षा केंद्र पर तैनात पुलिस बल की सहायता से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपना सही नाम विकास कुमार निवासी असनिया कुआं, थाना कदम कुआं, पटना (बिहार) बताया। अनूप सागर के स्थान पर फर्जी अभ्यर्थी बनकर परीक्षा में शामिल विकास कुमार ने यह भी बताया कि कुछ रुपयों के बदले उसने यह काम किया है।
शहर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
ये लोग किए गए गिरफ्तार
गिरफ्तार लोगों में साल्वर विकास कुमार उर्फ राकेश कुमार को 4 जनवरी को पकड़ा गया। परीक्षार्थी अनूप सागर को 5 जनवरी को गिरफ्तार किया गया। रामप्रवेश यादव निवासी गाजीपुर, सुनील कन्नौजिया निवासी गाजीपुर, अंकित गुमा निवासी बिहार (साल्वर), अमित कुमार कन्नौजिया निवासी गाजीपुर (परीक्षार्थी) को 6 जनवरी को गिरफ्तार किया गया।