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सलीम अली पक्षी अभयारण्य दुनिया के उन गिनेचुने पक्षी अभयारण्यों में शामिल है जो दुर्लभ प्रजाति के परिन्दों के लिए किसी खास मौसम के मोहताज नहीं हैं। यहां हर मौसम में तरह-तरह के रंग-बिरंगे और छोटे-बड़े पक्षी देखने को मिलते हैं।गोवा का सलीम अली पक्षी अभयारण्य

सलीम अली पक्षी अभयारण्य दुनिया के उन गिनेचुने पक्षी अभयारण्यों में शामिल है जो दुर्लभ प्रजाति के परिन्दों के लिए किसी खास मौसम के मोहताज नहीं हैं। यहां हर मौसम में तरह-तरह के रंग-बिरंगे और छोटे-बड़े पक्षी देखने को मिलते हैं।

न्यूज हवेली नेटवर्क

गोवा की राजधानी पणजी से करीब पांच किलोमीटर दूर मंडोवी नदी के किनारे चोराओ दीप पर स्थित है सलीम अली पक्षी अभयारण्य (Salim Ali Bird Sanctuary) । मात्र 440 एकड़ में फैला यह संरक्षित क्षेत्र भारत का सबसे छोटा पक्षी अभयारण्य होने के बावजूद विशिष्ट है। पक्षियों की कई दुर्लभ प्रजातियों के बन्जारों को यहां चहचहाते-गुनगुनाते देखा जा सकता है। सम्भवतः इसी विशेषता के कारण इसे “कोयल स्वर” भी कहा जाता है।  गोवा वन विभाग द्वारा वर्ष 1988 में स्थापित इस अभयारण्य का नामकरण विश्व प्रसिद्ध पक्षी विज्ञानी डॉ सलीम अली मोइजुद्दीन अब्दुल के नाम पर किया गया है। (Salim Ali Bird Sanctuary: World of rare birds in Goa)

चोराओ द्वीप का एक हिस्सा दलदली होने के कारण यह प्रवासी पक्षियों के लिए आदर्श स्थान माना जाता है। हालांकि यह दुनिया के उन गिनेचुने पक्षी अभयारण्यों में शामिल है जो दुर्लभ प्रजाति के परिन्दों के लिए किसी खास मौसम के मोहताज नहीं हैं। यहां हर मौसम में तरह-तरह के रंग-बिरंगे और छोटे-बड़े पक्षी देखने को मिलते हैं। फिर भी यहां घूमने का आदर्श समय अक्टूबर से मार्च है। इस दौरान यहां पक्षियों की सबसे ज्यादा प्रजातियां देखने को मिलती हैं। यहां स्थानीय और प्रवासी दोनों तरह के पक्षियों की 400 से अधिक प्रजातियां पायी जाती हैं। इनमें लार्ज हॉक कोयल, ड्रोंगो कोयल, भारतीय हॉक कोयल, भारतीय मोर, धारीदार बगुला, पश्चिमी चट्टान बगुला, फेयरी ब्लूबर्ड, प्रायद्वीपीय खाड़ी उल्लू, क्रेस्टेड सेरगल ईगल, इण्डियन ईगल, येलो-ब्रोएड बुलबुल, लिटिल बिटर्न, ब्लैक बिटर्न, रेड नॉट, जैक स्निप, किंगफिशर, लाल गांठ, धारीदार हेरोन आदि शामिल हैं। इसके अलावा यहां मडस्किपर्स, फिडलर केकड़ा व अन्य मैंग्रोव आवास विशेषज्ञ भी रहते हैं।

लार्ज हॉक कोयल

यह अभयारण्य पक्षी प्रेमियों के लिए सुबह सात बजे से सायं पांच बजे तक खुला रहता हैं। य़हां प्रवेश करने के लिए टिकट खरीदना पड़ता है। कैमरे और वीडियो कैमरे के लिए भी अलग से शुल्क चुकाना होता है।

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ऐसे पहुंचें

वायु मार्ग : निकटतम हवाईअड्डा डाबोलिम एयरपोर्ट (गोवा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट) सलीम अली पक्षी अभयारण्य से लगभग 30 किलोमीटर है।

रेल मार्ग : सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन थिविम (त्रिविम) यहां से करीब 24 किलोमीटर दूर है। मुम्बई से यहां के लिए रोजाना कई ट्रेन चलती हैं। अहमदाबाद, नागपुर आदि से भी यहां के लिए ट्रेन मिलती हैं।

सड़क मार्ग : इस अभयारण्य से लगभग पांच किलोमीटर की दूरी पर पणजी बस स्टैण्ड है जहां से परिवहन के स्थानीय साधनों से यहां पहुंचा जा सकता है।

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