Thu. Feb 6th, 2025

उजड़े चमन के धूल के फूल

कभी नाउम्मीदी के श्मशान में बदल चुकी श्रमिक बस्तियों के अनगिनत होनहार सीए, एमबीए, डॉक्टर, इंजीनियर, सैन्य अधिकारी, शिक्षक बन इंसान की जिजीविषा का जयघोष कर रहे हैं। गजेन्द्र त्रिपाठी…

वे सबक जो बन गये राह की रोशनी

पत्रकारिता ऐसा क्षेत्र है जहां रोजाना नयी-नयी तरह की खबरें और चुनौतियां सामने होती हैं। हर घटना कुछ सबक दे जाती है, बशर्ते आपके आंख-कान खुले हों तथा दिमाग चौकन्ना,…