सीबीएसई सेकेंडरी स्कूल कैरिकुलम 2024-25 (CBSE Secondary School Curriculum 2024-25) के अनुसार, कक्षा 9 में विद्यार्थियों को मैथ्स, साइंस, सोशल साइंस जैसे कोर सब्जेक्ट्स और दो लैंग्वेज सब्जेक्ट्स के अलावा तीसरा लैंग्वेज या स्किल बेस्ड इलेक्टिव सब्जेक्ट चुनना होगा। ऐसे में 9वीं कक्षा में विद्यार्थी के पास कुल 6 सब्जेक्ट्स होंगे।
नई दिल्ली। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने कक्षा 9 के करिकुलम में बदलाव किया है। इससे कक्षा 9 और कक्षा 10 के छात्र-छात्राओं को फायदा होगा। सीबीएसई के सेकेंडरी स्कूल करिकुलम (CBSE Secondary School Curriculum 2024-25) के अनुसार, अब कक्षा 9 में ही 5 कोर सब्जेक्ट्स के अलावा छठा इलेक्टिव सब्जेक्ट चुनना होगा। कक्षा 9 में जो सब्जेक्ट इलेक्टिव के तौर पर चुना होगा, उसे कक्षा 10 में बदलने का ऑप्शन नहीं होगा। (Major changes in CBSE Class 9 syllabus, now 6 subjects will have to be studied, option to change subject will not be available in class 10th)
दरअसल, कक्षा 10 में 5 कोर सब्जेक्ट्स के अलावा एक इलेक्टिव सब्जेक्ट लेने का भी ऑप्शन होता है। अगर किसी लैंग्वेज सब्जेक्ट में कम मार्क्स हों, तो उस सब्जेक्ट का स्कोर इलेक्टिव सब्जेक्ट के स्कोर से बदला जा सकता है। इससे छात्र-छात्राओं का ओवरऑल रिजल्ट इम्प्रूव होता है।
कक्षा 9 में इस तरह चुनने होंगे विषय
सीबीएसई सेकेंडरी स्कूल करिकुलम 2024-25 (CBSE Secondary School Curriculum 2024-25) के अनुसार, कक्षा 9 में विद्यार्थियों को मैथ्स, साइंस, सोशल साइंस जैसे कोर सब्जेक्ट्स और दो लैंग्वेज सब्जेक्ट्स के अलावा तीसरा लैंग्वेज या स्किल बेस्ड इलेक्टिव सब्जेक्ट चुनना होगा। ऐसे में 9वीं कक्षा में विद्यार्थी के पास कुल 6 सब्जेक्ट्स होंगे। यह नियम एकेडमिक ईयर 2024-25 से लागू होगा। CBSE ने इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया है।
स्किल सब्जेक्ट से बदले जा सकेंगे कोर सब्जेक्ट के मार्क्स
अगर कोई विद्यार्थी कक्षा 10 में साइंस, मैथ्स या सोशल साइंस में से किसी एक सब्जेक्ट में फेल हो जाता है और इलेक्टिव सब्जेक्ट में पास होता है तो उस कोर सब्जेक्ट को स्किल या इलेक्टिव से बदलकर क्लास 10 की मार्कशीट तैयार की जाएगी। दोनों सब्जेक्ट के मार्क्स बदलकर नहीं लगाए जाएंगे बल्कि साइंटिफिक तरीके से बदले जाएंगे।
कक्षा 9 में पढ़ने होंगे 10 सब्जेक्ट्स, 6 सब्जेक्ट्स की होगी परीक्षा
कक्षा 9 में 5 कोर और 1 इलेक्टिव सब्जेक्ट के अलावा छाक्ष-छात्राओं के पास आर्ट एजुकेशन, वर्क एक्सपीरियंस और हेल्थ एंड फिजिकल एजुकेशन जैसे 3 कंपल्सरी सब्जेक्ट्स भी होंगे। ऐसे में क्लास 9 में कुल 10 सब्जेक्ट्स होंगे। हालांकि, कोर और इलेक्टिव सब्जेक्ट्स के अलावा बाकी तीनों सब्जेक्ट्स का बोर्ड की तरफ से एग्जाम नहीं होगा। इन सब्जेक्ट्स के लिए स्कूल लेवल पर ही अससेसमेंट होगा।
9वीं में सोच-समझकर विषय का करें चुनाव
CBSE की आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है कि कक्षा 9 और 10 एक संयुक्त पाठ्यक्रम (composite course) है, इसलिए छात्र-छात्राओँ को कक्षा 9वीं में केवल वही विषय लेने चाहिए जिन्हें वे कक्षा 10व में जारी रखना चाहते हैं।
CBSE कक्षा 10 में मैथमेटिक्स की बोर्ड परीक्षा दो लेवलों पर आयोजित की जाती है। जो छात्र-छात्राए बेसिक मैथमेटिक्स का चयन करेंगे, उनके पास अगली कक्षा यानी 11वीं (सीनियर सेकेंडरी) में एप्लाइड मैथमेटिक्स (241) को वैकल्पिक के रूप में लेने का विकल्प होगा, हालांकि उन्हें सीनियर सेकेंडरी लेवल पर मैथमेटिक्स (041) लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी। हालांकि एक विद्यार्थी जिसने मैथमेटिक्स का विकल्प चुना है, उसे सीनियर सेकेंडरी लेवल पर दो मैथमेटिक्स में से किसी एक को ऑफर किया जा सकता है।