News Haveli, प्रयागराज। (Maha Kumbh 2025 Stampede) महाकुंभ में मंगलवार को देर रात हुई भगदड़ के कई घंटों बाद बुधवार को सायंकाल सरकार की तरफ से हताहतों की संख्या की पुष्टि कर दी गई। डीआईजी महाकुंभ वैभव कृष्ण ने प्रेसवार्ता कर बताया कि भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हुई है जिनमें से 25 की पहचान हो गई है। 60 के करीब लोग घायल हुए हैं।
डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया कि आज (बुधवार) बहुत बड़ी संख्या में भीड़ आई है। आसपास के जनपदों से भारी भीड़ प्रयागराज पहुंची है। अनुमान है कि 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु प्रयागराज में आए हैं। संगम समेत सभी घाटों पर लोग बड़ी संख्या में स्नान कर रहे हैं। भीड़ पर अब पूरी तरह नियंत्रण कर लिया गया है और स्थिति पूरी तरह सामान्य है।
अखाड़ों के स्नान की प्रक्रिया खत्म होने के बाद दी गई जानकारी
प्रयागराज मेला प्रशासन की ओर से मौनी अमावस्या की भीड़ को नियंत्रित करने ओर अखाड़ों के स्नान की प्रक्रिया को खत्म कराने के बाद हादसे को लेकर आधिकारिक तौर पर जानकारी दी गई। देर शाम प्रेस कांफ्रेंस में मौत का आंकड़ा जारी किया। प्रयागराज मेला प्रबंधन की ओर से हादसे में मृतकों और घायलों के संबंध में जानकारी दी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही घटना में मृत परिवारों के प्रति संवेदना जाहिर की थी। हालांकि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना में गंभीर रूप से लोगों के घायल होने की बात कही थी।
बुधवार को शाम 4 बजे तक करीब 5.71 करोड़ श्रद्धालु पवित्र स्नान कर चुके से। इन्हें मिलाकर इस महाकुंभ में स्नान करने वालों की संख्या 19.94 करोड़ से अधिक पहुंच चुकी है।
बैरिकेड्स टूटने की वजह से मची भगदड़
डीआईजी वैभव कृष्ण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि बैरिकेड्स टूटने की वजह से भगदड़ हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कुछ महिलाएं जमीन पर गिर गईं और लोग उन्हें कुचलते हुए निकल गए। हादसे के बाद 70 से ज्यादा एंबुलेंस संगम तट पर पहुंचीं। इनसे घायलों और मृतकों को अस्पताल ले जाया गया। हादसे के बाद संगम तट पर एनएसजी (NSG) कमांडो ने मोर्चा संभाल लिया। संगम नोज इलाके में आम लोगों की एंट्री बंद कर दी गई। भीड़ और न बढ़े, इसलिए प्रयागराज शहर की सीमा वाले सभी जिलों में श्रद्धालुओं की एंट्री रोक दी गई है।
90 लोगों को पहुंचाया गया अस्पताल
डीआईजी ने बताया कि महाकुंभ में कल रात 1 से 2 बजे के बीच भगदड़ मची। घायल हुए 90 लोगों को अस्पताल ले जाया गया। इनमें से 30 लोगों ने दम तोड़ दिया। इनमें से 25 लोगों की शिनाख्त हो गई है। हादसे में जान गंवाने वालों में कर्नाटक के 4, गुजरात के 1, असम के 1 श्रद्धालु की पहचान हुई है। शेष की पहचान की जानी बाकी है। 60 लोग घायल हैं। कुछ घायलों को परिवार वाले लेकर चले गए। इसके अलावा 36 घायलों का इलाज स्थानीय मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। भगदड़ के बाद राहत और बचाव कार्य करते हुए ग्रीन कोरिडोर बनाया गया
मेला प्रशासन ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेला प्रशासन द्वारा एक हेल्पलाइन नंबर 1920 जारी किया गया है जिससे कोई व्यक्ति अगर गायब है तो उसके संबंध में जानकारी की जा सकती है। प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा कि इस समय स्थिति सामान्य है। मुख्यमंत्री द्वारा सभी पूज्यनीय महामंडलेश्वर, संतों और अखाड़ों से वार्ता कर आग्रह किया गया कि अमृत स्नान थोड़ी देर से किया जाए। सभी संतों ने इस बात को माना और आज अमृत स्नान थोड़ी देर से लेकिन सकुशल संपन्न हुआ।
10 से ज्यादा जिलों में क्राउड डायवर्जन प्लान लागू
घटना के बाद महाकुंभ में क्राउड डायवर्जन प्लान लागू कर दिया गया है। शहर के बाहर ही श्रद्धालुओं के जत्थों को रोका गया। 10 से ज्यादा जिलाधिकारियों को क्राउड मैनेजमेंट जिम्मेदारी दी गई है। भीड़ को काबू में करने के लिए प्रयागराज के बॉर्डर के इलाकों में अधिकारियों को सक्रिय किया गया है।
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