औसत 472 मीटर चौड़ाई वाला यह जलप्रपात न केवल भारत का दूसरा सबसे बड़ा जलप्रपात है बल्कि सबसे सुन्दर जलप्रपातों में भी शामिल है। मानसून के मौसम में इसकी गर्जना दूर तक सुनायी पड़ती है। पर्यटकों के लिए यह सुबह 7:30 बजे से रात 9:30 बजे तक खुला रहता है।
न्यूज हवेली नेटवर्क
समूह की शक्ति क्या होती है, यह समझना है तो महाराष्ट्र की सीमा पर बसे कर्नाटक के शिमोगा (शिवमोगा) जिले जाना होगा। यहीं पर है चार छोटे-छोटे प्रपातों से मिलकर बना जोग जलप्रपात (Jog Falls) जिसे जेरसप्पा जलप्रपात भी कहते हैं। शरावती ( शिरावती ) नदी यहां जब चार छोटे प्रपातों- राजा, रॉकेट, रोरर और रानी के रूप में 253 मीटर की ऊंचाई से पूरे वेग के साथ नीचे छलांग लगाती है तो रचना होती है जोग जलप्रपात की। औसत 472 मीटर चौड़ाई वाला यह जलप्रपात न केवल भारत का दूसरा सबसे बड़ा जलप्रपात है बल्कि सबसे सुन्दर जलप्रपातों में भी शामिल है। मानसून के मौसम में इसकी गर्जना दूर तक सुनायी पड़ती है।
पहला प्रपात जिसे राजा कहते हैं, का पानी 253 मीटर ऊंचाई से 132 फुट गहरे कुंड में गिरता है। पर्यटक ऊपर से इस अतल गड्ढ़े को देख सकते हैं। दूसरे प्रपात यानि रॉकेट के फेनिल जल का तीव्र प्रवाह घुमावदार मार्ग से होता हुआ एक गुहा में पहुंचता है जहां से वह राजा प्रपात के कटाव में गिर जाता है। तीसरा प्रपात रोरर कुछ दक्षिण की तरफ हट कर है। इसमें से जल की धारा फेन के रूप में झटके के साथ निरंतर निकलती रहती है और रंग-बिरंगे चमकीले बिंदुओं में बिखर कर नीचे गिरती है। इसके भी दक्षिण में चौथे प्रपात रानी की फीते के समान पानी की चादरों का सिलसिला है जो शिला की ढालवां सतह से नीचे गिरती हैं। जोग जलप्रपात (Jog Falls) का पानी जहां गिरता है, वहां तक पहुंचने का मार्ग काफी कठिन है लेकिन इसके अद्भुत सौन्दर्य का पूरा आनन्द वहां तक पहुंच कर ही मिल सकता है।
मानसून के मौसम में जब शरावती नदी भरपूर पानी के साथ पूरे वेग से बहती है तो यह जलप्रपात पूरे यौवन पर होता है। इसे देखने का असली आनन्द इसी मौसम में है। पर्यटकों के लिए यह सुबह 7:30 बजे से रात 9:30 बजे तक खुला रहता है।
लिंगनमाकी बांध जोग जलप्रपात (Jog Falls) से लगभग छह किमी और तुंगा एनीकट बांध करीब 12 किलोमीटर दूर स्थित है। डब्बे जलप्रपात और अनचाही जलप्रपात भी यहां से ज्यादा दूर नहीं हैं। पास में ही टाइगर रिज़र्व भी है।
जोग जलप्रपात कैसे पहुंचें? (How to reach Jog Falls?)
यह जलप्रपात शिमोगा जिला मुख्यालय से करीब 95 किलोमीटर दूर है। बेंगलूर-शिमोगा-सागर-जोग मार्ग पर यह बेंगलूर से 415 किमी पड़ता है। सिद्धपुर यहां से 21 किलोमीटर जबकि होन्नावर 56 किलोमीटर है। शिमोगा जिले का थलगुप्पा यहां का निकटतम रेलवे स्टेशन है। मेंगलूर (मंगलुरु) अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा यहां का निकटतम एयरपोर्ट है जो करीब 215 किमी पड़ता है जबकि बेंगलूर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा यहां से 437 किमी दूर है।