एक वरिष्ठ पुलिस कमांडर ने स्टेट टीवी को बताया कि जिस इमारत में आग लगी, उसमें मजदूरों के क्वार्टर बने हैं। दुर्घटना के समय भी वहां बड़ी संख्या में श्रमिक मौजूद थे। दर्जनों लोगों को बचा लिया गया लेकिन दुर्भाग्य से आग से निकलने वाले धुएं के कारण कई लोगों की दम घुटने से मौत हो गई।
कुवैत सिटी। कुवैत के मंगाफ शहर में बुधवार सुबह मजदूरों की एक रिहायशी इमारत में आग लगने से कम से कम 40 भारतीयों की मौत हो गई जबकि कम से कम 30 लोग घायल बताए जा रहे हैं। यह भीषण आग कुवैत के दक्षिणी अहमदी गवर्नरेट के मंगाफ क्षेत्र में स्थित छह मंजिला इमारत के रसोईघर में से शुरू हुई और देखते ही देखते पूरी इमारत को अपनी चपेट में ले लिया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने स्टेट मीडिया को बताया कि इस इमारत में भारत समेत कई एशियाई देशों के मजदूर रहते हैं। मेजर जनरल रशीद हमद ने कहा कि घटना की सूचना स्थानीय समयानुसार सुबह छह बजे अधिकारियों को दी गई जिसके बाद राहत और बचाव का काम शुरू किया गया।
एक वरिष्ठ पुलिस कमांडर ने स्टेट टीवी को बताया कि जिस इमारत में आग लगी, उसमें मजदूरों के क्वार्टर बने हैं। दुर्घटना के समय भी वहां बड़ी संख्या में श्रमिक मौजूद थे। दर्जनों लोगों को बचा लिया गया लेकिन दुर्भाग्य से आग से निकलने वाले धुएं के कारण कई लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। कुवैत टाइम्स की खबर के अनुसार, इमारत में करीब 160 लोग रहते थे जो एक ही कंपनी के कर्मचारी हैं। वहां रहने वाले कई कर्मचारी भारतीय हैं। यह हादसा भारतीय समयानुसार बुधवार सुबह करीब 6 बजे हुआ. रिपोर्ट के मुताबिक, ग्राउंड फ्लोर की किचन में लगी आग तेजी से 6 मंजिला बिल्डिंग में फैल गई। ऐसे में लोग अंदर फंस गए। बिल्डिंग में ज्यादातर प्रवासी मजदूर रहते हैं। बताया जा रहा है कि कई लोग अवैध तरीके से भी रह रहे थे। जनकारी मिलते ही भारतीय राजदूत आदर्श स्वाइका भी घटनास्थल पर पहुंच गए और घायलों से मुलाकात की। भारतीय दूतावास घायलों के लिए हर संभव मदद कर रहा है।
भारतीय दूतावास ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
कुवैत में भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा, “आज भारतीय श्रमिकों से जुड़ी दुखद आग दुर्घटना के संबंध में दूतावास ने एक इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर +965-65505246 जारी किया है। सभी संबंधित लोगों से अनुरोध है कि वे अपडेट के लिए इस हेल्पलाइन से जुड़ें। दूतावास हरसंभव मदद के लिए प्रतिबद्ध है।”
गौरतलब है कि अन्य समृद्ध खाड़ी देशों की तरह कुवैत में भी बड़ी संख्या में विदेशी लोग काम करते हैं। इनकी संख्या स्थानीय आबादी से भी ज्यादा है। 43 लाख की आबादी वाले इस देश में करीब 70 फीसद लोग भारतीय उपमहाद्वीप के हैं।
जयशंकर ने जताया दुख
भारत के विदेश मंत्री एस जंयशकर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा,“कुवैत शहर में आग लगने की घटना की खबर से गहरा सदमा लगा है। कथित तौर पर 40 से अधिक मौतें हुई हैं और 50 से अधिक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हमारे राजदूत शिविर में गए हैं। हम आगे की जानकारी का इंतजार कर रहे हैं। उन लोगों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना, जिन्होंने दुखद रूप से अपनी जान गंवाई। जो लोग घायल हुए हैं उनके शीघ्र और पूर्ण स्वस्थ होने की कामना करता हूं। हमारा दूतावास इस संबंध में सभी संबंधित पक्षों को पूरी सहायता प्रदान करेगा।”