हाथी जलप्रपात तक पहुंचने के लिए 150 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं जिन पर प्रायः हल्की फिसलन होती है। हालांकि बैठने और आराम करने के लिए कुछ बेंच बनाई गयी हैं। प्रपात के दोनों तरफ भरपूर हरियाली है जिसमें तरह-तरह के फर्न, फूलों के पौधे और वृक्ष शामिल हैं।
न्यूज हवेली नेटवर्क
शिलांग में दो शानदार दिन गुजारने के बाद हमारा अगला गन्तव्य था हाथी जलप्रपात (Elephant Falls)। पूर्वोत्तर भारत की अन्य सड़कों की भांति इसके दोनों तरफ का नजारा भी अद्भुत था। प्रकृति ने मानो अपनी सारी नियामत यहां पर लुटा दी हो! वाया राष्ट्रीय राजमार्ग 106 बारह किलोमीटर की इस दूरी को तय करने में हमें बमुश्किल आधा घण्टा लगा। यह मेघालय के सबसे अधिक देखे जाने वाले पर्यटन स्थलों में से एक है। (Elephant Falls: The Three Step Waterfalls)
हाथी जैसी दिखने वाली एक चट्टान के कारण इस प्रपात को एलिफेन्ट फॉल्स नाम दिया गया था। हालांकि यह चट्टान 1897 के भूकम्प में नष्ट हो गयी। इस प्रपात का स्थानीय नाम “का क्शैद लाई पातेंग खोहसिव” है जिसका अर्थ है तीन चरणों वाला प्रपात (द थ्री स्टेप वॉटरफॉल्स) क्योंकि यह क्रम में तीन अलग-अलग तरह के प्रपातों से मिलकर बना है। इनमें से पहला बहुत ही चौड़े और घने पेड़ों के बीच छिपा हुआ है। दूसरे प्रपात में पानी की पतली धारा रहती है जो सर्दी के मौसम में कमोबेश नगण्य हो जाती है। तीसरा प्रपात जो इन तीनों में सबसे सुन्दर और बड़ा है, उसमें लगातार पानी का बहाव होता रहता है जिससे ऐसा लगता है कि काली चट्टानों पर दूध बह रहा हो। यह दूधिया जलराशि पर्यटकों को सबसे ज्यादा आकर्षित करती है। किसी भी सम्भावित दुर्घटना को रोकने के लिए यहां बैरियर लगाए गये हैं जिन पर खड़े होकर पर्यटक प्रपात के बहते पानी को छूने के साथ ही उसकी ठण्डक का आनन्द ले सकते हैं। यह अनुभव शरीर और दिमाग दोनों को तरोताजा कर देता है।
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प्रपात तक पहुंचने के लिए 150 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं जिन पर प्रायः हल्की फिसलन होती है। हालांकि बैठने और आराम करने के लिए कुछ बेंच बनाई गयी हैं। प्रपात के दोनों तरफ भरपूर हरियाली है जिसमें तरह-तरह के फर्न, फूलों के पौधे और वृक्ष शामिल हैं।
एलीफेंट फाल्स (Elephant Falls) से लगा हुआ है मटिलंग पार्क जो अपनी हरियाली और रखरखाव के लिए जाना जाता है। यह स्थानीय लोगों का मनपसन्द पिकनिक स्पॉट है। इस पार्क से एलिफेन्ट फॉल्स को देख सकते हैं लेकिन यहां से सीधे उसमें प्रवेश नहीं कर सकते क्योंकि दोनों के प्रवेश मार्ग अलग-अलग हैं। एलीफेन्ट फाल्स प्रतिदिन प्रातः 10 बजे से सायंकाल छह बजे तक खुला रहता है।
ऐसे पहुंचें
नजदीकी बड़ा शहर शिलांग हाथी जलप्रपात से करीब 12 किलोमीटर पड़ता है। शिलांग से यहां के लिए स्थानीय शेयरिंग वाहन और टैक्सी मिलती हैं। निकटतम हवाईअड्डे री भोई जिले में स्थित उमरोई (बड़ापानी) एयरपोर्ट से इस जलप्रपात तक पहुंचने के लिए करीब 38 किलोमीटर का सफर करना होता है। निकटतम रेलवे स्टेशन असम का गुवाहाटी शिलांग से करीब 97 किमी पड़ता है। देश के सभी कोनों से गुवाहाटी के लिए ट्रेन मिलती हैं। गुवाहाटी से शिलांग के लिए बस और टैक्सी आसानी से मिल जाती हैं।
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आसपास के पर्यटन आकर्षण
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