दारुल उलूम के मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नौमानी ने बताया कि दारुल उलूम भ्रमण के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं, जिनका पालन जरूरी होगा।
सहारनपुर। देवबंद में स्थित दारुल उलूम (Darul Uloom) ने महिलाओं के संस्थान में प्रवेश पर रोक लगाने संबंधी अपने आदेश को वापस ले लिया है। अब महिलाएं यहां घूमने आ सकेंगी। मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नौमानी (Mohtamim Mufti Abul Qasim Naumani) ने बताया कि दारुल उलूम (Darul Uloom) भ्रमण के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं जिनका पालन जरूरी होगा। महिलाओं को दारुल उलूम भ्रमण के लिए पास बनवाना होगा, उनका पूरी तरह पर्दे में रहना और उनके साथ महरम (अभिभावक, पति या कोई ऐसा पारिवारिक सदस्य जिससे पर्दा ना हो) का होना जरूरी होगा। संस्था के परिसर में फोटो खींचने और वीडियो शूट करने की इजाजत नहीं होगी। अगले सप्ताह से यह व्यवस्था लागू हो जाएगी।
गौरतलब है कि दारुल उलूम प्रबंधन ने इसी साल मई में शिक्षण कार्य के दौरान बाहरी महिलाओं के प्रवेश पर रोक लगा दी थी। उसका कहना था कि बाहर से संस्थान में भ्रमण को आने वाली महिलाएं ने केवल बेपर्दा घूम रही थीं, बल्कि संस्थान की ऐतिहासिक इमारतों के सामने बिना हिजाब फोटो भी ले रही थीं। रील बनाकर और उस पर गाने की एडिटिंग कर उन्हें सोशल मीडिया पर प्रसारित किया जा रहा था। इससे संस्था को फजीहत झेलनी पड़ रही थी।
इस आदेश के चलते पिछले पांच माह से अकीदत के साथ संस्थान में आने वाली महिलाओं को प्रवेश नहीं दिए जाने पर उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ रहा था। बाहर से आने वाले लोग लगातार इस बात को लेकर प्रबंधतंत्र से मांग कर रहे थे कि नियमों में ढील दी जाए। इसके बाद प्रबंधतंत्र ने अपने रुख को नरम किया।