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Chardham Yatra 2024Chardham Yatra 2024

चार धाम यात्रा मार्गों पर जहां-तहां जाम लग रहा है और तेज सर्दी के बीच तीर्थयात्री किसी तरह अपने गंतव्य पर पहुंचने की प्रार्थना कर रहे हैं। प्रशासन ने गंगोत्री और यमुनोत्री जाने वाले वाहनों को फिलहाल ऋषिकेश में ही रोक दिया है। ऑफलाइन पंजीकरण भी फिलहाल तीन दिन के लिए बंद कर दिए गए हैं।

Chardham Yatra 2024: देहरादून। उत्तराखंड के चार धामों (बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री) में उमड़ी तीर्थयात्रियों (Chardham Yatra 2024) की अप्रत्याशित भीड़ ने व्यवस्थाओं को चरमरा दिया है। यात्रा मार्गों पर जहां-तहां जाम लग रहा है और तेज सर्दी के बीच तीर्थयात्री किसी तरह अपने गंतव्य पर पहुंचने की प्रार्थना कर रहे हैं। स्थिति को और बिगड़ने से बचाने के लिए प्रशासन ने गंगोत्री और यमुनोत्री जाने वाले वाहनों को फिलहाल ऋषिकेश में ही रोक दिया है। ऑफलाइन पंजीकरण भी फिलहाल तीन दिन के लिए बंद कर दिए गए हैं। इससे ऋषिकेश में तीर्थयात्रियों का बैकलॉग बढ़ता जा रहा है। तीर्थयात्री खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर हैं। आखिरकार शुक्रवार को उनके सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने जमकर हंगामा किया। (Unexpected crowd in Char Dham, ruckus of pilgrims stopped in Rishikesh)

ऋषिकेश के ट्रांजिट कैंप में प्रशासन के दावे हवाई साबित हो रहे हैं। अब तक 500 बसों की बुकिंग निरस्त हो चुकी है। प्रशासन ने दावा किया था कि जिन तीर्थयात्रियों को पंजीकरण के लिए रुकना पड़ेगा उनके रहने और खाने की व्यवस्था प्रशासन करेगा। इसके विपरीत तीर्थयात्री स्वयं की व्यवस्था से भोजन बना रहे हैं। उनका कहना है कि अब भोजन सामग्री भी समाप्त होने को है। शुक्रवार को तीर्थयात्रियों और परिवहन व्यवसायियों ट्रांजिट कैंप स्थित यात्रा प्रशासन संगठन कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि सरकार तथा प्रशासन की नाकामी के चलते तीर्थयात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही है।

दर्शन के बिना न लौटें तीर्थयात्री: प्रेमचंद अग्रवाल

उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के संबंध में स्थानीय प्रशासन से वार्ता की है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से कहा है कि यात्रा व्यवस्थित रहे इसके लिए कोई भी श्रद्धालु बिना दर्शन कर वापस न जाए, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। प्रेमचंद अग्रवाल जो उत्तरकाशी जनपद के प्रभारी मंत्री भी हैं, ने शुक्रवार को प्रेस में जारी एक बयान में कहा कि उत्तरकाशी के पवित्र धामों गंगोत्री और यमुनोत्री में पिछले दिनों श्रद्धालुओं के बिना दर्शन कर लौटने की जानकारी मिली। इसका संज्ञान लेते हुए उन्होंने स्थानीय प्रशासन से वार्ता की है। प्रसासन से कहा गया है कि किसी भी श्रद्धालु को बिना दर्शन कर लौटने न दिया जाए। (Chardham Yatra 2024)

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