गोली लगने से गोविंदा के पैर से काफी खून बह गया था। हॉस्पिटल से जुड़े सुत्रों के अनुसार, शुरुआती इलाज के बाद अब गोविंदा खतरे से बाहर हैं।
मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता गोविंदा (60) को अपनी ही रिवॉल्वर से पैर में गोली लग गई जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। यह घटना मंगलवार सुबह 5 बजे की बताई जा रही है। मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने बताया गोविंदा अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर केस में रख ही रहे थे कि अचानक वह उनके हाथ से गिर गई और मिस फायर के चलते बुलेट उनके पैर में जा लगी। गोविंदा (Govinda) के मैनेजर शशि सिन्हा ने बताया कि डॉक्टर ने ऑपरेशन कर पैर से गोली निकाल दी है। वह अब बिल्कुल ठीक हैं। हालांकि, फिलहाल वह अस्पताल में ही हैं।
डीसीपी दीक्षित गेडाम ने बताया कि जिस समय घटना हुई उस समय गोविंदा घर में अकेले थे। उनके पास एक लाइसेंसी रिवॉल्वर है। रिवॉल्वर से गलती से गोली चली जो उनके पैर पर लगी। इस मामले से जुड़ी कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई गई है। मामले में कुछ भी संदिग्ध नहीं है। मुंबई पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उनकी रिवॉल्वर जब्त कर ली है।
गोली लगने से गोविंदा के पैर से काफी खून बह गया था। इलाज के लिए अंधेरी के क्रिटी केयर हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है। हॉस्पिटल से जुड़े सुत्रों के अनुसार, शुरुआती इलाज के बाद अब गोविंदा खतरे से बाहर हैं। उनकी बेटी टीना (नर्मदा) फिलहाल अस्पताल में उनके साथ मौजूद हैं जबकि उनकी पत्नी सुनीता कोलकाता में हैं जहां गोविंदा का प्रोग्राम होने वाला था।
गोविंदा के मैनेजर शशि सिन्हा ने बताया है कि वह एक कार्यक्रम के लिए कोलकाता जा रहे थे। 6 बजे की फ्लाइट थी। अलमारी में रिवाल्वर रखते हुए मिस फायरिंग हो गई और उनके घुटने के नीचे गोली लग गई। उन्हें तुरंत अंधेरी के अस्पताल ले जाया गया। गोली निकाल ली गई है। उनकी हालत खतरे से बाहर है। घबराने की कोई बात नहीं है।
गोवंद ने अस्पताल से जारी एक बयान में कहा है, “मैं आप सबके आशीर्वाद से ठीक हूं। गलती से गोली चल गई थी जिसे ऑपरेशन करके निकाल लिया गया है। डॉक्टरों और आप सभी को प्रार्थनाओं के लिए धन्यवाद देता हूं।“
कुली नंबर 1, हीरो नंबर 1, राजा बाबू, छोटे सरकार, हद कर दी आपने जैसी फिल्मों का हिस्सा रहे गोविंदा बीते 5 सालों से फिल्मों से दूर हैं। उनकी आखिरी रिलीज फिल्म 2019 की रंगीला राजा है।
राजनीतिक सफर
गोविंदा 28 मार्च को शिवसेना (शिंदे गुट) में शामिल हुए थे। इस दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी मौजूद थे। पार्टी ज्वाइन करने के बाद गोविंदा ने कहा थ, “मैं 2004 से 2009 तक राजनीति में था। ये संयोग है कि 14 साल बाद मैं फिर से राजनीति में आया हूं। मुझ पर जो विश्वास किया गया है, मैं उसे पूरी तरह से निभाऊंगा।“
गोविंदा ने 2004 में कांग्रेस के टिकट पर मुंबई नॉर्थ से लोकसभा चुनाव लड़ा था। उन्होंने भाजपा के राम नाइक को 48,271 वोटों से हराया था। एक्टर 2004 से 2009 तक सांसद रहे थे।