News Haveli, लखनऊ। (Milkipur Bypoll Result) भाजपा ने अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बड़ी जीत दर्ज की है। भाजपा के चंद्रभानु पासवान (Chandrabhanu Paswan) ने समाजवादी पार्टी के अजीत प्रसाद को 61,639 वोटों के बड़े अंतर से हरा दिया। भाजपा प्रत्याशी को एक लाख 45 हजार 893 मत जबकि सपा प्रत्याशी को 84 हजार 254 वोट मिले। बीते वर्ष हुए आम चुनाव में फैजाबाद लोकसभा सीट पर मिली हार की वजह से भाजपा के लिए यह उपचुनाव नाक का सवाल बन गया था। सपा अध्याक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने मुस्कीपुर में हार को लेकर भाजपा पर धांधली, हेराफेरी और दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है।
मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए हुए उपचुनाव में बुधवार को कुल 3.71 लाख मतदाताओं में से 65 प्रतिशत से अधिक ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था जो 2022 के विधानसभा चुनाव में दर्ज मतदान से अधिक है।
मिल्कीपुर विधानसभा सीट अवधेश प्रसाद के पिछले साल लोकसभा चुनाव में फैजाबाद सीट से निर्वाचित होने के बाद विधानसभा से इस्तीफा देने की वजह से रिक्त हुई थी। इसके बाद समाजवादी पार्टी ने अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को उम्मीदवार के तौर पर उतारा था.> बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने इस उपचुनाव अपना उम्मीदवार नहीं उतारा जबकि कांग्रेस इस सीट पर अपनी गठबंधन सहयोगी सपा का समर्थन दे कही थी। वर्ष 2022 के प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा मिल्कीपुर के रूप में अयोध्या जिले की एकमात्र सीट हारी थी।
अखिलेश यादव ने लगाया धांधली का आरोप
पीडीए की बढ़ती शक्ति का सामना भाजपा वोट के बल पर नहीं कर सकती है, इसीलिए वो चुनावी तंत्र का दुरुपयोग करके जीतने की कोशिश करती है।
ऐसी चुनावी धांधली करने के लिए जिस स्तर पर अधिकारियों की हेराफेरी करनी होती है, वो 1 विधानसभा में तो भले किसी तरह संभव है, लेकिन 403 विधानसभाओं में…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 8, 2025
अखिलेश यादव ने मिल्कीपुर उपचुनाव में हार के बाद सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर लिखा, पीडीए की बढ़ती शक्ति का सामना भाजपा वोट के बल पर नहीं कर सकती है, इसीलिए वह चुनावी तंत्र का दुरुपयोग करके जीतने की कोशिश करती है। ऐसी चुनावी धांधली करने के लिए जिस स्तर पर अधिकारियों की हेराफेरी करनी होती है जो 1 विधानसभा में तो भले किसी तरह संभव है लेकिन 403 विधानसभा क्षेत्रों में यह चार सौ बीसी नहीं चलेगी। इस बात को भाजपावाले भी जानते हैं, इसीलिए भाजपाइयों ने मिल्कीपुर का उपचुनाव टाला था। पीडीए मतलब 90% जनता ने ख़ुद अपनी आंखों से ये धांधली देखी है।