News Haveli Network, बरेली। खालिस्तान कमांडो फोर्स के 3 आतंकवादी भले ही उत्तर प्रदेश के छोटे-से जिले पीलीभीत के पूरनपुर में मारे गए हों पर इसका संदेश कनाडा और अमेरिका तक गया है। गुर्गों के मारे जाने से आका बौखलाए हुए हैं। अमेरिका और कनाडा समेत कई देशों में सक्रिय खालिस्तानी आतंकवादी संगठन सिख फॉर जस्टिस (Sikh for Justice) के सरगना गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) ने मुठभेड़ में मारे गए तीनों आतंकवादियों को निर्दोष बताता हुए पीलीभीत का बदला प्रयागराज महाकुंभ (Prayagraj Mahakumbh) में लेने की धमकी (Threat) दी है। पन्नू का यह वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है।
पन्नू ने इस वीडियो में कहा कि इससे पहले भी वर्ष 1991 में इसी जिले की पुलिस ने 11 निर्दोष सिखों की हत्या कर दी थी। अब फिर हिंदू आतंकवाद ने तीन निर्दोष नौजवानों को फर्जी मुठभेड़ में मार डाला है। पन्नू ने मारे गए खालिस्तानी आतंकवादियों (Khalistani terrorists) के परिवारों को 5-5 लाख रुपये की सहायता की भी घोषणा की है।
महाकुंभ में बदला लेने की धमकी
गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कहा है कि 3 तारीखें याद कर लें। 14 व 29 जनवरी 2025 और 3 फरवरी 2025 को महाकुंभ में इसका बदला लिया जाएगा। उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के लिए अभद्र शब्दों का इस्तेमाल करते हुए कहा कि इस महाकुंभ (महाकुंभ) को हिंदू आतंकवाद का आखिरी महाकुंभ कर देंगे। यह संघर्ष 1984 से चल रहा है। लगातार निर्दोष सिखों की हत्या की जा रही है। सिखों का अन्य तरीकों से भी उत्पीड़न किया जा रहा है। इस सबका एक ही हल है कि खालिस्तान बनाना। पन्नू के वीडियो को पुलिस प्रशासन ने काफी गंभीरता से लिया है। पीलीभीत के पुलिस अधीक्षक अविनाश पांडेय का कहना है कि यह काफी गंभीर मामला है। पन्नू के विरुद्ध साइबर थाने में केस दर्ज किया जा रहा है
पंजाब पुलिस के साथ यूपी पुलिस ने किया था एनकाउंटर
पंजाब के गुरदासपुर में पुलिस चौकी पर ग्रेनेड हमला करने वाले खालिस्तानी कमांडो फोर्स के 3 आतंकवादियों गुरविंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि और जसनप्रीत उर्फ प्रताप सिंह को सोमवार को सवेरे पीलीभीत के पूरनपुर क्षेत्र में में ढेर कर दिया गया था। उत्तर प्रदेश पुलिस और पंजाब पुलिस की संयुक्त टीम ने 8 किलोमीटर पीछा कर घेरा तो आतंकवादियों ने मॉडिफाइड एके-47 राइफल से 13 और ग्लाक पिस्टल से 9 फायर किए। जवाबी कार्रवाई में तीनों मारे गए।
ये तीनों आतंकवादी पाकिस्तान, ब्रिटेन और कनाडा और में बैठे अपने आकाओं के संपर्क में थे। उनसे बातचीत के लिए वे जंगी एप्लीकेशन का उपयोग करते थे जिसका कॉल रिकार्ड सर्वर से कुछ ही सेकंड में डीलिट हो जाता है।