Thu. Feb 6th, 2025
yogi adityanath

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को रामनगरी अयोध्या में रामायण मेले का उद्घाटन किया। इसका आयोजन 5 से 8 दिसंबर तक सरयू तट स्थित रामकथा पार्क में होगा।

monal website banner

अयोध्या। (Ayodhya Ramayana Fair 2024) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को यहां रामायण मेले का उद्घाटन किया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया। अब यहां 5 से 8 दिसंबर तक सरयू तट स्थित रामकथा पार्क में गीत-संगीत और अध्यात्म की त्रिवेणी प्रवाहमान होगी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि याद कीजिए 500 साल पहले अयोध्या में बाबर के आदमी ने क्या किया था? संभल में भी यही हुआ था। बांग्लादेश में भी यही हो रहा है। तीनों का स्वभाव और डीएनए एक ही है।

योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि “उन्होंने” सामाजिक एकता को तोड़ने का पूरा इंतजाम कर रखा है। ये बातें करने वाले कुछ लोग ऐसे हैं जिनकी विदेशों में संपत्ति है। अगर यहां कोई संकट आया तो वे भाग जाएंगे। दूसरों को मरने के लिए यहीं छोड़ देंगे।

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या सनातन धर्म की पावन पुरियों में से प्रथम पुरी है। हजारों वर्षों से विश्व मानवता का मार्ग अयोध्या ने प्रशस्त किया। अयोध्या एक ऐसी भूमि जहां कोई युद्ध करने का साहस नहीं कर सकता। पिछले वर्ष जनवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों 500 वर्षों के संघर्ष के बाद रामलला फिर से प्रतिष्ठित हुए। प्रधानमंत्री ने अयोध्या के नागरिकों के प्रति अपना अनुराग व्यक्त किया था पर अयोध्या ने उनके साथ न्याय नहीं किया। लेकिन, श्रीराम ने हर प्रकार का संरक्षण दिया।

1982 में शुरू हुआ था रामायण मेला

रामायण मेला समिति के संयोजक आशीष मिश्र ने बताया कि हर साल की तरह इस वर्ष भी रामायण मेला में न सिर्फ धार्मिक कार्यक्रम होंगे, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपराओं का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा। रामायण मेले में चार दिनों तक कथा, प्रवचन, सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोक गायन, नृत्य नाटिका आदि की प्रस्तुति होगी। संस्कृति विभाग के विभिन्न जिलों के 20 से अधिक कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। साथ ही चार दिनों तक अलग-अलग कथा प्रवाचकों की ओर से रामकथा का प्रवचन भी किया जाएगा।

प्रख्यात समाजवादी चिंतक डॉ. राम मनोहर लोहिया की परिकल्पना पर पहले चित्रकूट और बाद में अयोध्या में रामायण मेले का आयोजन शुरू किया गया था। कांग्रेस शासन में तत्कालीन सीएम श्रीपति मिश्र ने 1982 में अयोध्या के रामायण मेला का उद्घाटन किया था। इसके लिए रामायण मेला समिति को व्यवस्था और संतों के प्रवचन आदि के आयोजन की जिम्मेदारी सौंपी गई। सरकारी तौर पर तभी से संस्कृति विभाग अपने फंड से सांस्कृतिक कार्यक्रमों और रामलीलाओं के प्रस्तुतीकरण का दायित्व उठाता आ रहा है।

इससे पहले योगी आदित्यनाथ सुबह अयोध्या पहुंचे।  उन्होंने हनुमानगढ़ी और रामलला के दरबार में भी हाजिरी लगाई।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *