इंफाल। हिंसा की आग में जल रहा मणिपुर रविवार को एक बार फिर गोलीबारी और बम धमाकों से दहल गया। इस बार कुकी उग्रवादियों ने इंफाल पश्चिम जिले के एक गांव पर ड्रोन से बम बरसाए। ताजा हिंसा में यह सबसे चौंकाने वाला ट्रेंड माना जा रहा है। उग्रवादियों ने पहाड़ी की चोटी से निचले इलाके कोत्रुक और कडांगबांड घाटी को निशाना बनाया, पहले अंधाधुंध गोलीबारी की और उसके बाद ड्रोन से जबरदस्त बम बरसाए। अचानक हुए इस हमले से दहशत फैल गई और लोग आपनी जान बचाने के लिए सुरक्षित ठिकाने तलाशते देखे गए। हमले में एक महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई जबकि दो सुरक्षाकर्मियों समेत नौ अन्य घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि उग्रवादियों की गोलाबारी के कारण कई मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए। इस बीच, स्थानीय प्रशासन ने इम्फाल पश्चिम जिले में कर्फ्यू लगा दिया है।
पुलिस ने बताया कि हालात को स्थिर करने के लिए राज्य और केंद्रीय इकाइयों सहित सुरक्षाबलों को क्षेत्र में तैनात किया गया है। राज्य सरकार ने कोत्रुक के निहत्थे ग्रामीणों पर हमले की कड़ी निंदा की है। जब गोलीबारी और बमबारी शुरू हुई तो ग्रामीण अपने घरों में थे। स्थानीय निवासी लीशांगथम रोनी ने कहा, “यह हमला गांव के वॉलेंटियर्स को इलाके से वापस बुलाए जाने के ठीक 10 दिन बाद हुआ। राज्य सुरक्षा बलों की सलाह के बाद हमने अपने गांव के वॉलेंटियर्स को हटा लिया था।”
मणिपुर के गृह विभाग ने एक बयान में कहा कि राज्य सरकार को निहत्थे कौत्रुक ग्रामीणों पर ड्रोन, बम और अत्याधुनिक हथियारों से हमला करने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बारे में जानकारी मिली है। इसमें कथित तौर पर कुकी उग्रवादियों ने एक महिला सहित दो लोगों की हत्या कर दी। निहत्थे ग्रामीणों को आतंकित करने के ऐसे कृत्य को राज्य सरकार की ओर से बहुत गंभीरता से लिया गया हैजबकि वह राज्य में सामान्य स्थिति और शांति लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इस बयान में कहा गया है कि निहत्थे ग्रामीणों के बीच उत्पात मचाने की ऐसी हरकत को राज्य सरकार की ओर से प्रदेश में शांति स्थापित करने के प्रयासों को पटरी से उतारने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। गृह विभाग ने कहा कि राज्य सरकार ने स्थिति को नियंत्रित करने और इंफाल पश्चिम के कौत्रुक गांव पर हमले में शामिल लोगों को दंडित करने के लिए तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी है। इस बीच राज्य के पुलिस महानिदेशक ने सभी पुलिस अधीक्षकों को सभी सीमावर्ती क्षेत्रों में अधिकतम सतर्क रहने का निर्देश दिया है।