वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि अनुपूरक बजट का मकसद मूलत: विकास योजनाओं में तेजी लाने और महाकुंभ 2025 को भव्य रूप देना है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 17 हजार 865 करोड़ रुपये से अधिक का दूसरा अनुपूरक बजट मंगलवार को पेश किया। राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को यह अनुपूरक बजट पेश किया गया। विधानसभा में प्रश्नकाल के बाद सदन में वित्त एवं संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने वित्त वर्ष 2024-25 का दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया। इसमें प्रयागराज महाकुंभ के लिए अतिरिक्त धनराशि का प्रावधान किया गया है। मूल बजट सात लाख 36 हजार 437.71 करोड़ रुपये का था।
आज मंगलवार को पेश किये गए अनुपूरक बजट में 790.49 करोड़ रुपये के नये प्रस्ताव शामिल किये गये हैं। साथ ही इसमे केंद्रीय योजनाओं में 422.56 करोड़ रुपये के क्रेंद्राश की राशि में शामिल है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि अनुपूरक बजट का मकसद मूलत: विकास योजनाओं में तेजी लाने और महाकुंभ 2025 को भव्य रूप देना है। विकास सरकार की प्राथमिकता है और इसके लिए अनुपूरक बजट लाना सरकार का संवैधानिक अधिकार है।
उन्होंने कहा कि अनुपूरक बजट में निहित धनराशि से ऊर्जा विभाग, प्राथमिक शिक्षा विभाग, पंचायती राज विभाग, सूचना विभाग, परिवार कल्याण विभाग, पशुधन विभाग और चिकित्सा विभाग समेत अन्य को उनकी जूरत के हिसाब से बजट आंवटित किया जायेगा। गौरतलब है कि योगी सरकार इससे पहले अपने दूसरे कार्यकाल का पहला अनुपूरक बजट 30 जुलाई को लायी थी। उस समय अनुपूरक बजट का आकार 12 हजार 209.93 करोड़ रुपये का था।