- हलाल प्रमाणपत्र वाले उत्पाद बेचने पर भी होगी कार्रवाई
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आदेश पूरे प्रदेश में लागू होगा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने कांवड़ यात्रियों की आस्था की शुचिता को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है। पूरे उत्तर प्रदेश में कांवड़ मार्गों (kanwar routes) पर खाद्य पदार्थों की दुकानों पर नेमप्लेट (संचालक/मालिक का नाम पहचान) लगानी होगी। हलाल सर्टिफिकेशन वाले उत्पाद बेचने वालों पर भी कार्रवाई होगी। यह जानकारी शुक्रवार को मुख्यमंत्री कार्यायल से दी गई है। इस फैसले का अखिलेश यादव और मायावती ने कड़ा विरोध किया है। (Kanwar Yatra 2024)
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने आदेश दिया है कि पूरे प्रदेश में कांवड़ मार्गों पर खाने-पीने की दुकानों पर संचालक, मालिक का नाम और पहचान लिखना अनिवार्य होगा। इस आदेश के बारे में कहा गया है कि कांवड़ यात्रियों की आस्था की शुचिता बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है। इसके अलावा कांवड़ यात्रा मार्गों पर हलाल सर्टिफिकेशन वाले प्रोडक्ट बेचने वालों पर भी कार्रवाई होगी। इस आदेश के संबंध में सभी जिला प्रशासन को अवगत कराया गया है।
गौरतलब है कि इससे पहले कुछ जिलों में स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने इस तरह का आदेश दिया था। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस मामले में प्रशासन और सरकार के खिलाफ हमला बोला था। दरअसल, मुजफ्फरनगर में कांवड़ रूट पर दुकानदारों के नाम लिखने का आदेश जारी किया गया। इसके बाद सहारनपुर रेंज के डीआईजी ने सहारनपुर और शामली में कांवड़ यात्रा रूट पर दुकानदारों के नाम लिखने को अनिवार्य कर दिया। अब मुख्यमंत्री योगी आदित्याथ के आदेश के बाद इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।