संभल में कई स्थानों पर लगे सीसीटीवी फुटेज की डीवीआर भी नहीं मिली है। बवाल से पहले सीसीटीवी तोड़ने से घटना को योजनाबद्ध माना जा रहा है।
संभल। (Action in Sambhal violence) उत्तर प्रदेश के संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुए बवाल में शामिल कुछ लोगों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने हिंसा/आगजनी के दौरान सीसीटीवी में कैद उपद्रवियों के 45 फोटो जारी किए हैं जिनमें से कुछ की पहचान भी की जा चुकी है। जिला प्रशासन की ओर से जारी इन तस्वीरों के साथ ही दंगाइयों के नाम भी सार्वजनिक किए गए हैं। इनमें 16 साल के किशोर से लेकर 72 साल के बुजुर्ग शामिल हैं। दंगे में शामिल इन लोगों की तस्वीरों के पोस्टर चौराहों पर लगाए जा रहे हैं। हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई भी इन्हीं उपद्रवियों से की जाएगी। यदि जरूरी हुआ तो उपद्रवियों पर इनाम भी घोषित किया जाएगा। गौरतलब है कि रविवार की सुबह शाही जामा मस्जिद में सर्वे करने आई टीम पर उपद्रवियों ने हमला किया था। इस दौरान न केवल पत्थरबाजी की गई, बल्कि पुलिसकर्मियों को निशाना बनाने के साथ ही कई सरकारी वाहनों को भी आग लगा दी गई थी।
फोटोग्राफ और सीसीटीवी/वीडियो के आधार पर बवालियों की पहचान करने के बाद पुलिस ने सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी थी। पुलिस की ओर से जारी पोस्टर में कुल 45 फोटो दिखाई गई हैं जिनमें पत्थरबाज और भीड़ को उकसाने का प्रयास कर रहे उपद्रवी नजर आ रहे हैं। यह पोस्टर सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए फुटेज से निकाल कर जारी किया गया है। नखासा तिराहा चैनल नंबर 04 के नाम से जारी पोस्टर में कुछ लोगों की पहचान भी हो गई है जिनके नाम भी लिखे गए हैं।
पोस्टर के अनुसार, जिनकी पहचान की गई है, उनमें आरिफ भाई (बर्तन) का छोटा लड़का सम्मन सईद, मोहम्मद सुबहान उर्फ मुन्ना, निहाल, रहसान भाई का छोटा लड़का, मंडी में काम करने वाला हब्बू, उवैश मुर्गे का बहनोई चंदौसिया, हसनैन, मेहंदी भाई का लड़का आदि शामिल है। इनकी पहचान के साथ इनके पते की भी जानकारी निकाली जा चुकी है।
महिलाओं ने किया था पथराव, निशाने पर थे डीआईजी, डीएम और एसपी
अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि हिंदूपुरा खेड़ा में जब वे फोर्स के साथ पहुंचे थे तो 3 महिलाओं ने छतों से पुलिस पर पथराव किया। इसके अलावा अन्य लोग भी छतों से पथराव कर रहे थे। इसलिए 3 महिलाओं को भी गिरफ्तार किया गया। एसपी ने बताया कि कई स्थानों पर लगे सीसीटीवी फुटेज की डीवीआर भी नहीं मिली है। बवाल से पहले सीसीटीवी तोड़ने से घटना को योजनाबद्ध माना जा रहा है।
एसपी ने कहा कि उपद्रवियों की पहचान कराई जा रही है। पुलिस प्रशासन की ओर से 11 वीडियो जारी किए गए हैं। इसमें पांच वीडियो ड्रोन कैमरे, तीन कैमरे और तीन सीसीटीवी कैमरों के वीडियो हैं। इसमें उपद्रवी सीसीटीवी कैमरे भी तोड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। सीसीटीवी कैमरे में कैद उपद्रवियों के चेहरे साफ भी दिखाई दे रहे हैं और मास्क भी लगाया हुआ है।
बहुत सख्त है दंगाइयों के लिए जारी अध्यादेश
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकारी ने कुछ साल पहले एक अध्यादेश जारी किया था जिसके तहत दंगों में उपद्रव करने वाले लोगों से ही नुकसान की वसूली की जाती है। साथ ही उनकी तस्वीरों के पोस्टर भी चौराहों पर लगाए जा सकते हैं।
योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस मामले के मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस दंगाइयों की धरपकड़ में लगी है। पुलिस टीम पर पत्थर बरसाने वाले 100 से अधिक लोगों की शिनाख्त की जा चुकी है। यह समाचार लिखे जाने तक कम से कम 45 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है जिनमें 3 महिलाएं शामिल हैं।