प्रकृति का अद्वैतवाद : शहर से उकता चुके मन को शांति देने वाली यात्रा
रास्ते में तेज हवा के बीच स्कूटी के साथ आगे बढ़ना काफी मुश्किल हो रहा था पर अन्दर की जिद रास्ता आसान किए हुए थी और इसी तरह का सफर…
रास्ते में तेज हवा के बीच स्कूटी के साथ आगे बढ़ना काफी मुश्किल हो रहा था पर अन्दर की जिद रास्ता आसान किए हुए थी और इसी तरह का सफर…
अब बारी थी सालगिरह वाले दिन की जिसे गुजारने के लिए हमने चुनी अपनी रुचि के मुताबिक आसपास की सबसे शान्त और खूबसूरत जगह एबॉट माउन्ट। यह सुरम्य स्थान उत्तराखण्ड…
लोहाघाट से लगभग 12 किलोमीटर दूर दिगाली चौड़ होते हुए हम अखिलतरणी मन्दिर पहुंचे। यहां दर्शन-पूजन के पश्चात काली-गांव, किमतोली, काफली और पटोली होते हुए पहुंच गये मेरे गांव बलना।…