सूरत में लोगों का विरोध प्रदर्शन देर रात हिंसक हो गया। दोनों धर्मों के लोगों के बीच झड़प देखने को मिली। गाड़ियों में तोड़फोड़ और आग लगाई गईं।
सूरत। गुजरात की “हीरा नगरी” सूरत के लालगेट इलाके के सैयदपुरा में रविवार को देर रात गणेश उत्सव के दौरान 6 युवकों ने पंडाल पर पथराव किया। इसके विरोध में हजारों लोग सड़क पर आकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। पथराव करने वाले सभी 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। पथराव की घटना का समर्थन करने वाले 27 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गिरफ्तार किए गए लोग दूसरे धर्म के हैं।
सूरत के पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने कहा कि कुछ लोगों ने गणेश पंडाल पर पथराव किया जिसके बाद झड़प हो गई। पुलिस ने तुरंत उनको वहां से हटा दिया। इलाके में पुलिस तैनात कर दी गई है। जहां जरूरत थी, वहां लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया। शांति भंग करने वाले सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जा रहा है।
लोगों का विरोध प्रदर्शन देर रात हिंसक हो गया। दोनों धर्म के लोगों के बीच भी झड़प देखने को मिली। गाड़ियों में तोड़फोड़ और आग लगाई गईं। शांति की अपील करने पहुंचे स्थानीय विधायक कांति बलर और पुलिस के साथ भी धक्का-मुक्की हुई। डीसीपी विजय सिंह गुर्जर व एक अन्य पुलिस ऑफिसर घायल हो गए। स्थिति काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। घटनास्थल व आसपास पुलिस के करीब 1000 सिपाहू तैनात किए गए है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने 35 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है।
एक्शन में पुलिस
सैयदपुरा में पुलिस सघन तलाशी अभियान चला रही है। पुलिस पथराव करने वालों की पहचान कर गिरफ्तार करने में जुटी हैं। फिर संघर्ष न हो, इसके लिए ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
लाठीचार्ज और पथराव करने वालो गिरफ्तार करने के अलावा स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस ने कॉम्बिंग ऑपरेशन शुरू किया। पंडाल के पास के घरों में जाकर पुलिस ने पूछताछ और जांच की क्योंकि पुलिस को लोगों को बाहर बुलाने पर स्थिति के बिगड़ने का खतरा था।
पूरे शहर में पुलिस फोर्स बढ़ाई गई है। सूरत के उन इलाकों, जहां अलग-अलग धर्म के लोग रहते हैं, वहां पुलिस तैनात की गई। पुलिस ने शहर के सभी इलाकों में गश्त करना भी शुरू किया। नानपुरा, रांदेर, महाराणा प्रताप सर्किल समेत इलाकों की विशेष रूप से निगरानी की गई।
मूर्ति को नुकसान नहीं हुआ
गणेश पंडाल की आयोजक मनीषा बेन ने बताया कि पथराव जरूर हुआ है लेकिन मूर्ति खंडित नहीं हुई है। मूर्ति ड्रम पर रखी गई थी। पथराव के कारण ड्रम टूट गया है। हम इस क्षेत्र में बहुत शांति से रहते हैं और भाईचारा बनाए रखते हैं। जब भी ताजिए का जुलूस हमारे क्षेत्र से निकलते हैं, तब भी को अप्रिय घटना नहीं होती है। पिछले साल भी पास के एक अन्य गणेश पंडाल पर पथराव हुआ था।
शांति भंग करने वाले के खिलाफ कार्रवाई होगीः गृह मंत्री
गुजरात के गृहमंत्री हर्ष सांघवी ने कहा कि शांति भंग करने वाले के खिलाफ कार्रवाई होगी। सूरत में पुलिस फोर्स बढ़ा दी गई है। स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की जा रही हैं।
हर्ष सांघवी ने एक्स पर कहा, “सीसीटीवी, वीडियो विजुअल्स, ड्रोन विजुअल्स और अन्य तकनीकी निगरानी कार्य अभी भी जारी है। सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हमारी टीम पत्थरबाजों की पहचान करने और उन्हें सजा दिलाने के लिए पूरी रात काम कर रही थी और अभी भी काम कर रही है।”
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के सूरत नगर के मंत्री नीलेश अकबरी ने कहा कि जिस तरह जम्मू-कश्मीर में छोटे-छोटे बच्चों पर पत्थर फेंके जाते थे, उसी तरह का पथराव आज सूरत में भी देखने को मिला है। पथराव करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उपद्रवियों ने गणेश उत्सव में खलल डालने की हरकत की है। उन्हें कानून का सबक सिखाना जरूरी है।