Thu. Feb 6th, 2025
rebel fighters celebrating after capturing syria.rebel fighters celebrating after capturing syria.

अमेरिका ने रविवार को सीरिया में आईएसआईएस (ISIS) के 75 से ज्यादा ठिकानों पर हवाई हमले किए हैं। टारगेट सीरिया के पूर्वी इलाके बदियाह रेगिस्तान में थे।

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दमिश्क। (Syria Civil War) सीरिया में विद्रोहियों के कब्जे के बाद देश छोड़कर भागे राष्ट्रपति बशर अल-असद रूस में हैं। उनका विमान सीरिया से लताकिया से उड़ान भरकर मॉस्को पहुंचा। रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने असद और उनके परिवार को राजीतिक शरण दी है। इससे पहले असद की वास्तविक लोकेशन न मिल पाने और किसी से भी उनका कोई संपर्क न हो पाने की वजह से अटकलें लगाई जा रही थीं कि संभवतः उनका विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। इधऱ विद्रोही लड़ाकों ने राजधानी दमिश्क पर भी कब्जा कर लिया है यानी उनका पूरे सीरिया पर कब्जा हो गया है।

रूसी समाचार एजेंसियों तास और आरआईए ने राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन एक अज्ञात स्रोत का हवाला देते हुए बताया कि असद और उनके परिवार को मॉस्को में शरण दी गई है। आरआईए की खबर में क्रेमलिन के अज्ञात सूत्र का हवाला देते हुए यह भी बताया है कि सीरियाई विद्रोहियों की ओर से रूस को सीरिया में रूसी सैन्य ठिकानों और राजनयिक कार्यालयों की सुरक्षा की गारंटी मिली है। हालांकि खबर में विस्तृत जानकारी नहीं दी गई। असद रविवार तड़के सीरिया से रवाना हुए थे।

इस बीच अमेरिका ने रविवार को सीरिया में आईएसआईएस (ISIS) के 75 से ज्यादा ठिकानों पर हवाई हमले किए हैं। टारगेट सीरिया के पूर्वी इलाके बदियाह रेगिस्तान में थे। इस हमले में B-52 बॉम्बर, F-15 और A-10 एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल हुआ। इन हमलों के लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने कहा, “सीरिया में शक्ति संतुलन बदल गया है। आईएसआईएस इसका फायदा उठाने की कोशिश में है लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे।”

बशर अल-असद सरकार के सहयोगी ईरान ने सीरिया में हुए तख्तापलट को लेकर हैरानी जताई है। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने रविवार को कहा कि वे इस बात से हैरान हैं कि सीरियाई सेना विद्रोहियों को रोक नहीं सकी, यह सब बहुत तेजी से हुआ। अरागची ने यह भी कहा कि सीरिया के राष्ट्रपति असद ने ईरान से कोई मदद नहीं मांगी थी।

भारत भी सीरिया के हालात पर नजर बनाए हुए है। विदेश मंत्रीलय ने सोमवार को जारी बयान में कहा, “हमारी अपील है कि सीरिया की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता की रक्षा हो। लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए वहां शांति के साथ राजनीतिक प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाए।”

असद के गैराज में मिलीं 40 से ज्यादा महंगी गाड़ियां

बशर अल-असद के देश छोड़ने के बाद विद्रोहियों को उनके महल के पास गैराज में 40 से ज्यादा महंगी गाड़ियों का कलेक्शन मिला। इनमें मर्सिडीज, पोर्श, ऑडी, फेरारी, लेम्बोर्गिनी, रोल्स रॉयस और बेंटले कारों के अलावा महंगी बाइक और बख्तरबंद ट्रक भी थे। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो फुटेज में एक लाल रंग की फेरारी F50 भी दिख रही है जिसकी कीमत 25 करोड़ से ज्यादा है।

रातभर हवाई हमलों की आवाज

सीरिया की राजधानी में दमिश्क में रातभर हमलों की आवाज सुनी गई। यह पता नहीं चल पाया है कि ये हमले किसने किए। हालांकि सूत्रों के हवाले से जानकारी दी गई है कि ये हवाई हमले इजराइल ने किए हैं और 3 जगहों को इसमें नुकसान पहुंचा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक इजराइली सेना असद सरकार के रासायनिक और दूसरे खतरनाक हथियारों के ठिकानों पर हमले कर रही है। इजराइली सेना नहीं चाहती कि ये हथियार विद्रोहियों के हाथ लगें जो उसके लिए बाद में परेशानी की वजह बनें। हालांकि, इजराइली सेना ने अब तक इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है।

विद्रोहियों का नेता बोला- सीरिया अब ईरान के इशारे पर नहीं चलेगा

सीरिया में असद सरकार को गिराने वाले एचटीएस (HTS) के सुप्रीम लीडर अबू मोहम्मद अल-जुलानी ने रविवार को दमिश्क की सबसे पवित्र उमय्यद मस्जिद में भाषण दिया। यह 1300 साल पुरानी मस्जिद दुनिया की सबसे प्राचीन मस्जिदों में से है। जुलानी ने अपने भाषण में कहा कि दमिश्क में विद्रोहियों की जीत से पांच दशकों से कैद लोगों को आजादी मिली है। मिडिल ईस्ट में एक नया इतिहास लिखा गया है। अब सीरिया की जनता ही असली मालिक है।

जुलानी ने कहा कि सीरिया में किसी से बदला नहीं लिया जाएगा। सीरिया सभी सीरियाई लोगों का है। जुलानी ने अपने भाषण में असद को अलावी (शिया) और खुद को सुन्नी जताने की कोशिश की। जुलानी ने ईरान से कहा कि सीरिया में अब उनका हस्तक्षेप खत्म हो गया है। अब सीरिया की सरकार ईरान के इशारे पर नहीं चलेगी। ईरान सीरिया की जमीन से लेबनान तक नहीं पहुंच सकता। हमारे देश में अब ईरान के हथियार नहीं दिखेंगे।

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