News Haveli, पीथमपुर। मध्य प्रदेश के धार जिले के पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में यूनियन कार्बाइड कॉरपोरेशन के कचरे को जलाने के खिलाफ प्रदर्शन शुक्रवार को उग्र हो गया। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। प्रदर्शन के दौरान 2 युवकों ने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। पुलिस ने उन्हें तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। हालत गंभीर देख उन्हें इंदौर रेफर कर दिया गया।
स्थानीय लोगों में यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे को पीथमपुर में जलाने को लेकर स्वास्थ्य और पर्यावरण पर खतरे का डर सता रहा है। भोपाल से पीथमपुर में कचरा आने के बाद से प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की सांसें फूली हुई हैं। पुलिस, प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की समझाइश का जनता पर कोई असर पड़ता नजर नहीं आ रहा है। सभी संगठन, संस्थाएं एक मंच पर आकर इसका विरोध कर रही हैं।
पीथमपुर में शुक्रवार को सुबह से दुकानें बंद रहीं। प्रदर्शनकारियों ने बस स्टैंड क्षेत्र को आधे घंटे से अधिक समय तक ब्लॉक कर दिया जिससे दोनों ओर यातायात पूरी तरह से ठप हो गया। कुछ बंद समर्थकों ने धनगड़ बस स्टैंड और आजाद चौक पर पहुंचकर सड़कें जाम करने का प्रयास किया लेकिन वहां पर मौजूद पुलिस अधिकारियों से झड़प हुई। पुलिस ने कुछ बंद समर्थकों पर लठियां चलाईं, हल्का बल प्रयोग कर उन्हें समझाइश देकर रवाना किया।
गुरुवार से आमरण अनशन पर बैठे संदीप रघुवंशी के समर्थन में बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं।
गौरतलब है कि 2 और 3 दिसंबर 1984 की मध्यरात्रि को यूनियन कार्बाइड इंडिया लिमिटेड के कीटनाशक संयंत्र से जानलेवा गैस लीक होने के बाद भोपाल गैस त्रासदी ने कई हजार लोगों की जान ले ली थी। इसके जख्म आज भी लोगों के जेहन में ताजा हैं.
पीथमपुर में करीब एक हजार की संख्या में उग्र प्रदर्शनकारी युवक रामकी कंपनी की तरफ बढ़े तो पुलिस ने उनको रोकने का प्रयास किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए भारी पुलिस बल का इंतेजाम किया गया है।
कांग्रेस का भाजपा पर आरोप
इससे पहले कांग्रेस ने रविवार को मध्यप्रदेश के धार जिले के पीथमपुर में विरोध प्रदर्शन किया जहां भोपाल यूनियन कार्बाइड कारखाने के कचरे के निपटान की योजना है। पार्टी ने इसे इस क्षेत्र में कैंसर फैलाने की साजिश बताया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पीथमपुर में कचरे के निपटान के खिलाफ प्रदर्शन का नेतृत्व किया। पीथमपुर इंदौर से लगभग 30 किलोमीटर और जिला मुख्यालय धार से 45 किलोमीटर दूर औद्योगिक शहर है। यह अपशिष्ट राज्य की राजधानी में स्थित यूनियन कार्बाइड कारखाने में पड़ा है जहां 2-3 दिसंबर 1984 की मध्य रात्रि में जहरीली गैस मिथाइल आइसोसाइनेट (एमआईसी) लीक हुई थी. इस घटना में 5,479 लोगों की मौत हो गई थी और 5 लाख से अधिक लोग स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं और दीर्घकालिक विकलांगताओं से पीड़ित हो गए।