News Havel, प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर केंद्र सरकार ने मौनी अमावस्या पर प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं को एक बड़ा उपहार दिया है। मौनी अमावस्या यानी 29 जनवरी को महाकुंभ 2025 (Mahakumbh 2025) का दूसरा अमृत स्नान है। उत्तर प्रदेश सरकार की मांग पर केंद्र सरकार ने इस दौरान प्रयागराज में प्रवेश करने वाले सभी मार्गों पर स्थित टोल प्लाजा को टैक्स मुक्त करने का निर्णय लिया है।
इस निर्णय के अनुसार 27 जनवरी को रात 8 बजे से 30 जनवरी यानी प्रमुख स्नान पर्व के दौरान 72 घंटे तक तक प्रयागराज में प्रवेश करने पर टोल टैक्स नहीं लिया जाएगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की ओर से टोल फ्री किए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
एनएचएआई के एक अधिकारी ने बताया कि प्रमुख स्नान पर करोड़ों लोग स्नान करने आते हैं ऐसे में उनके ऊपर किसी भी तरह का अतिरिक्त खर्च न पड़े, इसके अलावा जाम की समस्या से भी लोग बचें, जिसको लेकर यह निर्णय लिया गया है।
ये हैं टोल मुक्त प्लाजा
प्रयागराज को जोड़ने वाले सभी टोल प्लाजा को टोल फ्री कर दिया गया है। ये हैं – चित्रकूट हाईवे पर उमापुर टोल प्लाजा, अयोध्या हाईवे पर मऊआइमा टोल, लखनऊ हाईवे पर अंधिया टोल, मिर्जापुर रोड पर मुंगारी टोल, वाराणसी रोड पर हंडिया टोल, कानपुर रोड पर कोखराज टोल और रीवा हाईवे पर गन्ने टोल प्लाजा
सोमवार को रात 8 बजे से इन स्थानों से टोल टैक्स वसूलने की प्रक्रिया पूरी तरह से बंद कर दी जाएगी। अभी तक की सूचना के अनुसार वसंत पंचमी और माघी पूर्णिमा पर भी टैक्स नहीं लिया जाएगा।
इस व्यवस्था के अनुसार निजी कार, निजी या व्यावसायिक वाहनों को टोल नहीं देना होगा। भारी वाहनों को इस छूट का लाभ नहीं मिलेगा यानी भारी व्यावसायिक वाहनों को टोल देना होगा। किसी भी तरह का कोई भी माल ले जाने वाले वाहनों को भी टैक्स देना होगा।
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महाकुंभ क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश पर मौनी अमावस्या तक रोक
महाकुंभ (Mahakumbh) में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण यातायात व्यवस्था प्रभावित हो गई है। शनिवार को उमड़ी भीड़ के चलते महाकुंभ मेला क्षेत्र में पैदल चलना भी दूभर हो गया था। तीर्थयात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मेला क्षेत्र में सभी तरह के वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। हालांकि, आवश्यक वस्तुओं से संबंधित वाहनों और साधु-संतों के वाहनों को प्रवेश की अनुमति रहेगी। केवल ऐसे साधु-संतो के वाहन ही मेला क्षेत्र में जाएंगे जो वहां रह रहे हैं। इस दौरान मीडिया को छोड़कर अन्य किसी के पास मान्य नहीं रहेंगे।
महाकुंभ के डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया कि यह व्यवस्था मौनी अमावस्या (29 जनवरी) तक लागू रहेगी। उन्होंने कहा, यातायात नियंत्रण और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यह कदम उठाया गया है। केवल आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करने वाले वाहन और मेला क्षेत्र में रुके हुए साधु-संतों के वाहन ही मेला क्षेत्र में प्रवेश कर पाएंगे।