Sun. Jul 6th, 2025

दूनागिरि : अल्मोड़ा का द्रोण पर्वत पर माता वैष्णवी का वास

दूनागिरि मन्दिर (Dunagiri Temple) को उत्तराखण्ड के सबसे प्राचीन और सिद्ध शक्तिपीठों में गिना जाता है। जम्मू-कश्मीर में कटरा के पास स्थिति वैष्णो देवी मन्दिर के बाद यह दूसरा वैष्णो…

IPL Playoffs Scenario 2024: इस दिन मिलेगी इस आईपीएल सीजन में पहली प्लेऑफ टीम

नयी दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2024 सीजन अब अपने रोमांचक मुकाबलों के साथ प्लेऑफ की ओर बढ़ने लगा है। इसके लिए राजस्थान रॉयल्स (RR) समेत सात टीमों ने अपनी…

मधुबनी चित्रकला यानी प्रकृति के साथ जीने की कला

मधुबनी चित्रकला का इतिहास राजा जनक से जुड़ा बताया जाता है पर आधुनिक युग में इसे पुनर्जीवित करने का श्रेय मधुबनी जिले की एक साध्वी महासुन्दरी देवी को जाता है…

बैंक अवकाश मई 2024 : इतने दिन बंद रहेंगे बैंक, देखें अवकाशों की सूची

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की छुट्टियों की सूची के मुताबिक, मई महीने में कुल 14 दिन बैंक बंद रहने वाले हैं। ऐसे में आप अभी से बैंक संबंधित अपने जरूरी…

फिर विवादों में घिरे जस्टिन ट्रूडो, कनाडा के प्रधानमंत्री के सामने लगे खालिस्‍तान सम‍र्थक नारे

भारत और कनाडा के संबेधों में बीते दिनों पहले बढ़े तनाव के बाद एक बार फिर वहां से निराश करने वाली खबर सामने आई है जिसमें प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के…

संदेशखाली मामले में ममता सरकार के रवैये से सुप्रीम कोर्ट हैरान, सुनवाई तीन महीने टाली

ममता बनर्जी की सरकार को संदेशखाली मामले में झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई टालते हुए टिप्पणी की कि मामले में आरोप गंभीर हैं। महिलाओं पर अत्याचार जमीन हड़पने…

ढोकाने जलप्रपात के बाद कनरखा में पहाड़ों की गोद में होम स्टे

सुयालबाड़ी से लगभग 55 किलोमीटर दूर पदमपुरी पहुंचने के साथ ही हम लोगों का मन बना कि अब हमें आज का स्टे कनरखा गांव में करना है। नैनीताल से 32…

अल्मोड़ा यात्रा : उत्तराखण्ड की अधिष्ठात्रि देवी मां नन्दा

उत्तराखण्ड के लोग नन्दा देवी को अपनी अधिष्ठात्री देवी मानते हैं। यहां की लोककथाओं में नन्दा को हिमालय की पुत्री कहा जाता है। अल्मोड़ा के नन्दा देवी मन्दिर परिसर में…

लोकताक: इस झील में हैं तैरते द्वीप, राष्ट्रीय उद्यान और भूलभुलैया जैसे रास्ते

पारिस्थितिक स्थिति और जैवविविधता मूल्यों को ध्यान में रखते हुए लोकताक झील (मणिपुरी भाषा में लोकताक पाट) को वर्ष 1990 में रामसर अभिसमय के तहत अंतरराष्ट्रीय महत्त्व की आर्द्रभूमि के…

ढोकाने जलप्रपात से कुछ दूर दिवाली की वह रात पहाड़ों के साथ

पहाड़ों और जंगल से गुजरते ऊबड़-खाबड़ पथरीले रास्ते पर हम तीनों पूरी मस्ती के साथ बातियाते चल रहे थे। अभी कुछ ही कदम चले होंगे कि एक नदी सामने दिखी…