नंदिनी मेहता ने कहा कि वह उम्मीद करती हैं कि अधिकारी अपने निष्कर्ष सार्वजनिक करेंगे। लेकिन, उन्होंने सरकार के लगाए गए आरोपों के बारे में विस्तार से नहीं बताया।
नई दिल्ली। भारत में तेजी से लोकप्रिय हो रही अमेरिकी स्ट्रीमिंग कंपनी नेटफ्लिक्स (Netflix) की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। भारत सरकार नेटफ्लिक्स इंडिया के खिलाफ कथित वीजा उल्लंघन, नस्लीय भेदभाव, टैक्स चोरी और अन्य कारोबारी चलन में अनियमितताओं की जांच कर रही है। एक समाचार एजेंसी ने एक सरकारी ईमेल का हवाला देते हुए यह जानकारी दी है। यह ईमेल नेटफ्लिक्स इंडिया की बिजनेस एंड लीगल अफेयर्स की पूर्व डायरेक्टर नंदिनी मेहता को भेजी गई थी। जांच की डिटेल को 20 जुलाई को भेजे गए ईमेल में शामिल किया गया था। गौरतलब है कि भारत में नेटफ्लिक्स के लगभग 10 मिलियन यूजर्स हैं।
यह ईमेल केंद्रीय गृह मंत्रालय के फॉरेनर्स रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस (FRRO) के एक अधिकारी दीपक यादव की ओर से लिखा गया था। इस ईमेल में लिखा है, “यह नेटफ्लिक्स के भारत में बिजनेस प्रैक्टिसेज के संबंध में वीजा और टैक्स उल्लंघन की चिंताओं के बारे में है। हमें इस संबंध में कंपनी के कंडक्ट, वीजा उल्लंघन, इलीगल स्ट्रक्चर, टैक्स चोरी और अन्य अनियमितताओं जिसमें नस्लीय भेदभाव की घटनाएं भी शामिल हैं, के बारे में कुछ विवरण प्राप्त हुए हैं।”
ईमेल से भेजे गए बयान में नंदिनी मेहता ने कहा कि वह नेटफ्लिक्स के खिलाफ अमेरिका में कथित गलत बर्खास्तगी के साथ-साथ नस्लीय और लैंगिक भेदभाव के लिए मुकदमा चला रही हैं। हालांकि, कंपनी इन आरोपों से इनकार करती है। मेहता ने कहा कि वह भारतीय जांच का स्वागत करती हैं और उम्मीद करती हैं कि अधिकारी अपने निष्कर्ष सार्वजनिक करेंगे। लेकिन, उन्होंने सरकार के लगाए गए आरोपों के बारे में विस्तार से नहीं बताया।
जांच की जानकारी नहीं : नेटफ्लिक्स
नेटफ्लिक्स के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी को “भारत सरकार की ओर से की जा रही जांच की जानकारी नहीं है।” गौरतलब है कि ओटीटी प्लेटफॉर्म (OTT platform) नेटफ्लिक्स को भारत में अक्सर आलोचना का सामना करना पड़ा है। इस महीने, नेटफ्लिक्स को कंधार हाईजैक वाली सीरीज में नया डिस्क्लेमर जोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा जिसे लेकर सोशल मीडिया पर इस बात पर नाराजगी थी कि मुस्लिम अपहरणकर्ताओं को हिंदुओं के रूप में दिखाया गया।