News Havel, बीजापुर। (Naxalite commander Damodar killed in encounter) छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के पामेड़-बासागुड़ा-उसूर इलाके के घने जंगल में 16 जनवरी को हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने 18 नक्सली मारे गिराए थे। पुलिस ने आज 19 जनवरी (रविवार) को इस बात की पुष्टि की कि मारे गए नक्सलियों में पीडब्लूजी मिलिट्री विंग का चीफ दामोदर (Naxalite commander Damodar) भी शामिल था। उस पर 50 लाख रुपये का इनाम घोषित था। नक्सलियों की दक्षिण बस्तर डिविजनल कमेटी के सचिव गंगा ने भी प्रेस नोट जारी कर दामोदर के मारे जाने की पुष्टि की है। (Encounter in Bijpur)
पिछले 1 साल से नक्सलियों के खिलाफ जो ऑपरेशन चलाए जा रहे थे, उनके जवाब में नक्सली जो हमले कर रहे थे, उसके पीछे दामोदर ही बड़ा सूत्रधार था। उसका मारा जाना नक्सल विरोधी अभियान में एक बड़ी कामयाबी है।
दामोदर नक्सलियों की स्टेट कमेटी का सदस्य और तेलंगाना स्टेट कमेटी का मुखिया था। वह मुठभेड़ के बाद नक्सली कैडरों की मदद करता था जिससे वे छत्तीसगढ़ से भागकर तेलंगाना की पहाड़ियों में छुप सकें। दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर में समय-समय पर आईईडी ब्लास्ट दामोदर के निर्देशानुसार ही किए जा रहे थे जिसमें खासतौर पर सुरक्षा बलों को ही टारगेट किया जाता था। उसी की शह पर नक्सलियों ने बीजापुर का रूट छोड़कर गरियाबंद की ओर भागने का रास्ता चुना जो कि ओडिशा में निकलता है।
नक्सली संगठन ने भी की दामोदर के मारे जाने की पुष्टि
बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की दक्षिण बस्तर डिवीजन कमेटी ने एक बयान में कहा है कि मुठभेड़ में तेलंगाना राज्य कमेटी के सदस्य दामोदर समेत 18 नक्सली मारे गए हैं। नक्सलियों के बयान में आगे कहा गया है कि वे मुठभेड़ के दौरान मुठभेड़ स्थल से 6 शवों को अपने साथ ले जाने में सफल रहे। सुंदरराज ने कहा कि नक्सली इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के हताहत होने का दावा कर रहे हैं और मुठभेड़ के दौरान ग्रामीणों पर अत्याचार का आरोप लगा रहे हैं, ताकि अपने कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा सकें। सुंदरराज ने कहा, “आरोप पूरी तरह निराधार हैं। हम इस लड़ाई को अंत तक लड़ेंगे और माओवादी खतरे का अंत सुनिश्चित करेंगे।”
सुरक्षा बलों को मौके पर मिले थे 12 शव
गौरतलब है कि दक्षिण बस्तर संभाग के बीजापुर जिले के पामेड़-बासागुड़ा-उसूर इलाके के घने जंगल में 16 जनवरी 2025 को हुई मुठभेड़ के बाद माओवादियों की पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) बटालियन नंबर 1 और सेंट्रल रीजनल कमेटी के कुल 12 नक्सलियों के शव बरामद किए गए थे। इनमें 5 नक्सली महिलाएं भी शामिल हैं। (Encounter in Bijpur)