News Havel, नई दिल्ली। (Meta Apologized) सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा (Meta) ने अपने सीईओ मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) के एक बयान को लेकर अंततः 15 जनवरी को माफी मांग ली है। मार्क जुकरबर्ग ने वर्ष 2024 के चुनाव के नतीजों से जुड़ी गलत जानकारी शेयर की थी। इसे लेकर भारत में बवाल मच गया। भारत के आईटी-प्रौद्योगिकी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, भाजपा सांसद तथा आईटी और कम्युनिकेशन मामलों के संसदीय समिति के अध्यक्ष निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) आदि ने मार्क जुकरबर्ग की आलोचना की। भारत सरकार ने मार्क जुकरबर्ग को नोटिस भेजा था।
जुकरबर्ग की टिप्पणी से मुश्किल में मेटा, संसदीय समिति भेजेगी समन
दरअसल, मार्क जुकरबर्ग ने X एक पोस्ट में लिखा था कि कोरोना काल के बाद हुए चुनाव में भारत समेत दुनिया के ज्यादातर देशो में सरकारें सत्ता से चली गईं। उनकी इस पोस्ट में गंभीर तथ्यात्मक गलती थी क्योंकि भारत में भाजपा ने वर्ष 2024 में हुए आम चुनाव में 240 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की और नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बने। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने X पर पोस्ट कर मेटा से इस मामले पर जवाब मांगा था। इसी पर अब मेटा का जवाब आया है और उसने माफी मांग ली है।
निशिकांत दुबे ने मेटा के माफी मांगने की जानकारी
मेटा की माफी मांगने की जानकारी भाजपा सांसद तथा आईटी और कम्युनिकेशन मामलों के संसदीय समिति के अध्यक्ष निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर दी है। निशिकांत दुबे ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा, “भारतीय संसद व सरकार को 140 करोड़ लोगों का आशीर्वाद और जन विश्वास प्राप्त है. Meta भारत के अधिकारी ने आखिर अपनी गलतियों के लिए क्षमा मांगी है।”
निशिकांत दुबे ने लिखा है, “यह जीत भारत के आम नागरिकों की है। प्रधानमंत्री मोदी को जनता ने तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाकर दुनिया का देश के सबसे मजबूत नेतृत्व से परिचय करवाया है। अब इस मुद्दे पर हमारी कमेटी का दायित्व खत्म होता है, अन्य विषयों पर हम इन सोशल प्लेटफॉर्म को भविष्य में बुलाएंगे- क्षमा शोभती उस भुजंग को जिसके पास गरल हो।”