News Havel, पटना। (Bihar Education Officer House Raid) भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे बिहार के एक जिला शिक्षा अधिकारी के ठिकानों से “कुबेर का खजाना” मिला है। इतने ज्यादा नोट मिले हैं कि उनको गिनने के लिए कई मशीनें मंगवानी पड़ीं। समाचार लिखे जाने तक शिक्षाधिकारी के कई ठिकानों पर छापेमारी चल रही थी।
पश्चिम चम्पारण के जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) रजनीकांत प्रवीण (Rajnikanth Praveen) के तीन ठिकानों पर विजिलेंस की स्पेशल टीम ने छापेमारी की है। उनके सरिसवा रोड स्थित आवास, एनएच 727 पर यामाहा शो रूम के पास एक निजी ट्रस्ट कार्यालय पर छापेमारी हुई है। गुरुवार सुबह से बिहार विजिलेंस की चार टीमें उनके आवास और कार्यालय, समस्तीपुर स्थित ससुराल समेत अन्य ठिकानों पर छापेमारी में जुटी हैं। बिहार स्पेशल सर्विलेंस यूनिट के एडीजे (ADG) पंकज कुमार दराद के निर्देश पर की गई इस छापेमारी में करोड़ों रुपयों की नकदी बरामद की जा चुकी है। रकम इतनी ज्यादा है और बढ़ती जा रही है कि गिनने के लिए मशीन मंगवाई गई हैं। शिक्षा विभाग के कई और अधिकारी भी विजिलेंस के रडार पर हैं।
अब तक 1.87 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का खुलासा
प्रारंभिक जांच में लगभग 1.87 करोड़ रुपये से ज्यादा की आय से अधिक सम्पत्ति का खुलासा हुआ है। जांच दल के एक विश्वसनीय स्रोत से जानकारी प्राप्त हुई है कि रजनीकांत प्रवीण वर्तमान में जिला शिक्षा अधिकारी, बेतिया (पश्चिम चंपारण) के पद पर तैनात हैं। उन्होंने वर्ष 2005 से अब तक की अवधि के दौरान अवैध रूप से आपराधिक साजिश को आगे बढ़ाने के लिए लगभग 1,87,23,625 रुपये की चल और अचल संपत्ति अर्जित की है जो उनके आय के वैध स्रोत से अधिक है।
शिक्षक संगठनों ने लगाए थे भ्रष्टाचार के आरोप
रजनीकांत प्रवीण के आवास के साथ ही कार्यालय में भी जमा-तलाशी चल रही है। करोड़ों की नकदी के साथ ही रजनीकांत प्रवीण के ठिकानों से चल-अचल संपत्ति के कागजात भी बरामद हुए हैं। किसी को भी घर के अंदर जाने या भीतर से बाहर आने की इजाजत नहीं है। पिछले कई घंटों से विजिलेंस की टीम उनके घर पर मौजूद है। उनके ठिकानों पर यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति मामले में चल रही है। शिक्षक संगठनों ने भी उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। अब तक मिली जानकारी के अनुसार रजनीकांत प्रवीण के ठिकानों से अब तक 1.87 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति का पता चल चुका है। उन पर करीब 3 करोड़ की संपत्ति होने का आरोप है.
कौन हैं रजनीकांत प्रवीण?
रजनीकांत प्रवीण बिहार राज्य शिक्षा विभाग के 45वें बैच के अधिकारी हैं। उन्होंने 2005 में सेवा देनी शुरू की। यानी उनकी मात्र 19-20 साल की सरकारी सेवा है लेकिन लेकिन छापे में उनके घर से करोड़ों मिले हैं जिस पर सवाल खड़े हो रहे हैं। उनकी पत्नी एक विद्यालय की संचालिका हैं। आरोप है कि इस विद्यालय में रजनीकांत की अवैध कमाई का ही निवेश किया गया है।