हमारी सरकार वक्फ विधेयक को संसद में पास कराकर इस क्रूरता (वक्फ के नाम पर जमीन पर कब्जा) को खत्म करेगी : केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी
नई दिल्ली। वक्फ बोर्ड संशोधन बिल को लेकर पूरे देश में घमासान मचा हुआ है। पूरे देश में इस बिल को लेकर बवाल जारी है। इसी बीच कर्नाटक में किसानों की जमीन (1,500 एकड़) पर वक्फ बोर्ड के दावे का एक बड़ा मामला सामने आया। ये विवाद अभी सुलझा भी नहीं था कि केरल में वक्फ बोर्ड की कथित मनमानी के खिलाफ एक हजार चर्चों ने मोर्चा खोल दिया है। दरअसल, केरल में वक्फ बोर्ड ने 400 एकड़ से ज्यादा जमीन पर अपना दावा ठोक दिय़ा है। इसमें से ज्यादातर जमीन ईसाई समुदाय के लोगों की है। भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी ने कहा है कि “यह सिर्फ मुनांबम की बात नहीं है…यह क्रूरता पूरे भारत में खत्म होगी। कड़े फैसले लिये जाएंगे हमारी सरकार वक्फ विधेयक को संसद में पास कराकर इस क्रूरता (वक्फ के नाम पर जमीन पर कब्जा) को खत्म करेगी।
दरअसल, केरल के कोचि के नजदीक मुनांबम इलाके में वक्फ बोर्ड ने 400 एकड़ से ज्यादा जमीन पर दावा ठोक दिया है। यह जमीन करीब 600 परिवारों के पास हैं जिनमें से अधिकतर ईसाई हैं। केरल में उपचुनाव में यह मामला चर्चा में है। चर्च आरोप लगा रहे हैं कि वक्फ बोर्ड बड़ी तादाद में ग्रामीणों की जमीनों पर जबरन कब्जा करना चाह रहा है। चर्च का ताजा विरोध कोच्चि के मुनंबम और और चेराई गांव की जमीन विवाद को लेकर है। दरअसल, केरल के कोच्चि जिले में मुनंबम और चेराई नाम के दो गांव हैं। गांव के स्थानीय लोगों का आरोप है कि उनकी जमीन और प्रॉपर्टी पर वक्फ बोर्ड अवैध कब्जा करना चाहता है और इसलिए बोर्ड ने इन पर दावा ठोक दिया है। गांव के लोगों (ईसाई परिवारों) का कहना है कि वे लंबे समय से अपनी प्रॉपर्टी के बदले टैक्स जमा कर रहे हैं। उनके पास इसकी रसीदें भी हैं। जिन जमीनों पर वक्फ बोर्ड दावा कर रहा है, उनका रजिस्ट्रेशन भी स्थानीय लोगों के नाम है तो फिर वक्फ बोर्ड इस पर दावा कैसे कर सकता है। जिन लोगों की जमीन पर वक्फ ने दावा किया है, उनका कहना है कि उन्होंने इस जमीन को तीन दशक पहले फारुख कॉलेज से खरीदा था।
वक्फ बोर्ड के दावे के खिलाफ रविवार को जो विरोध-प्रदर्शन हुआ, उसका नेतृत्व सिरो-मालाबार चर्च ने किया। इस विरोध प्रदर्शन में एक हजार चर्चों के प्रतिनिधि शामिल थे चर्च से जुड़े सूत्रों के मुताबिक कि ये कार्यक्रम गिरजाघरों के आधिकारिक सामुदायिक संगठन ऑल केरल कैथोलिक कांग्रेस ने आयोजित किया।
“ऐसे तो सबरीमाला पर भी दावा कर देगा वक्फ बोर्ड”
सुरेश गोपी ने कहा, “कल को तो ऐसे सबरीमाला भी वक्फ की संपत्ति हो जाएगा। भगवान अयप्पा को भी जगह खाली करनी पड़ेगी! क्या हम इसकी इजाजत दे सकते हैं? तमिलनाडु में वेलानकन्नी चर्च ईसाइयों के लिए बेहद अहम है, अगर वक्फ उस जमीन पर दावा कर दे तो वह चर्च भी वक्फ का हो जाएगा। हम इसके खिलाफ विधेयक लाए हैं। एलडीएफ और यूडीएफ गठबंधन ने इस विधेयक के खिलाफ विधानसभा में विधेयक पारित किया है। अगर आप नहीं चाहते कि सबरीमाला और वेलानकन्नी वक्फ के पास न जाएं तो भाजपा को वोट दें।”