कपिलधारा जलप्रपात नर्मदा कुंड से करीब छह किलोमीटर दूर है। कपिल ऋषि के नाम पर इसका नाम कपिलधारा पड़ा। प्रचीन हिन्दू ग्रन्थों के अनुसार कपिल ऋषि ने इसी स्थान पर कठोर तपस्ता की और उन्हें दिव्य ज्योति प्राप्त हुई थी।
न्यूज हवेली नेटवर्क
अपने उद्गम स्थल मैकल पर्वत के अमरकण्टक (Amarkantak) शिखर से लगभग सात किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में नर्मदा नदी करीब 33 मीटर नीचे छलांग लगाती है। इसी के साथ जन्म होता है कपिलधारा जलप्रपात (Kapildhara Falls) का। विन्ध्य और सतपुड़ा पर्वत श्रृंखलाओं के बीच समानन्तर बहती इस पश्चिम वाहिनी नदी पर यह पहला जलप्रपात है। इसके बाद तो प्रपातों का सिलसिला चल निकलता है। अपनी करीब 1320 किमी की यात्रा में यह पतित पावनी नदी दूधधारा, धुआंधार, सहस्त्रधारा, दर्धी और मानधाता जैसे जलप्रपात बनाते चलती है।
कपिलधारा जलप्रपात (Kapildhara Falls) नर्मदा कुंड से करीब छह किलोमीटर दूर है। कपिल ऋषि के नाम पर इसका नाम कपिलधारा पड़ा। प्रचीन हिन्दू ग्रन्थों के अनुसार कपिल ऋषि ने इसी स्थान पर कठोर तपस्ता की और उन्हें दिव्य ज्योति प्राप्त हुई थी। यहीं कपिल आश्रम में उन्होंने गणित पर एक उन्नत ग्रन्थ “सांख्य दर्शन” की रचना की।
ईगल नेस्ट वन्यजीव अभयारण्य : पूर्वोत्तर भारत में पक्षी प्रेमियों के लिए स्वर्ग
खूबसूरत पहाड़ों और घने जंगलों के बीच ढलानों से घिरा यह स्थान पूरे साल पर्यटकों के लिए खुला रहता है पर बरसात के मौसम में इसकी ख़ूबसूरती चरम पर होती है। परिवार के साथ समय बिताने के लिए दूर-दूर से पर्यटक यहां आते है। यहां का शांत वातावरण और दर्शनीय स्थल पर्यटकों को बहुत आकर्षित करते हैं। दूधधारा जलप्रपात, कपिलेश्वर मन्दिर ज्वालेश्वर महादेव मन्दिर, शंभूधारा और दुर्गाधारा जैसे दर्शनीय स्थान इसके आसपास ही हैं। इस क्षेत्र में कई गुफाएं भी हैं।
ऐसे पहुंचें
वायु मार्ग : निकटतम हवाईअड्डा जबलपुर का डुमना एयपोर्ट अनूपपुर से करीब 219 किलोमीटर पड़ता है।
रेल मार्ग : अनूपपुर रेलवे जंक्शन कटनी-बिलासपुर और कटनी-अंबिकापुर रेल मार्ग से जुड़ता है। प्रयागराज, जबलपुर आदि से यहां के लिए ट्रेन मिलती हैं। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से अनूपपुर के लिए रोजाना तीन ट्रेन चलती हैं।
सड़क मार्ग : यहां का निकटतम बस स्टेशन अनूपपुर है जो जबलपुर से करीब 224 किलोमीटर पड़ता है। अनूपपुर से निजी वाहन, टैक्सी या चार्टर्ड बस से करीब 70 किमी की रास्ता तय कर कपिलधारा जलप्रपात तक पहुंच सकते हैं।
मध्य प्रदेश के प्रमुख जलप्रपात
चचाई जलप्रपात, धुआंधार जलप्रपात, कपिलधारा जलप्रपात, दुग्धधारा जलप्रपात, सहस्त्रधारा जलप्रपात, पवार जलप्रपात, भूरा खों जलप्रपात, सुलतानगढ़ जलप्रपात, राहतगढ़ जलप्रपात, पातालपानी जलप्रपात, डचेस फॉल, केवटी जलप्रपात, अप्सरा जलप्रपात, पुरवा जलप्रपात, भालाकुंड जलप्रपात, बहुती जलप्रपात, पाण्डव जलप्रपात आदि।
पर्यटक नहीं, बैकपैकर बनो और खूब घूमो
[…] […]