इजरायल ने ईरान की आम जनता को कोई नुकसान न पहुंचाते हुए केवल उसके सैन्य ठिकानों को ही निशाना बनाने का दावा किया है।
नई दिल्ली। इजरायल पर ईरान के मिसाइल हमले के बाद जो आशंका जताई जा रही थी, वह शुक्रवार की रात सच साबित हुई। इजरायल ने जबरदस्त पलटवार करते हुए ईरान के एय़र डिफेंस सिस्टम को उड़ा दिया। इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने कई शहरों तथा मिसाइल और ड्रोन प्रोटेक्शन सेंटर पर मिसाइल और रॉकेट दागे। बताया जा रहा है कि ईरान की राजधानी तेहरान में भी ऐसे धमाके सुने गए। सूत्रों के अनुसार ईरान पर हमले के लिए इजरायल ने 100 से ज्यादा युद्धक विमानों का इस्तेमाल किया। हालांकि, इजरायल ने ईरान की आम जनता को कोई नुकसान न पहुंचाते हुए सैन्य ठिकानों को ही निशाना बनाने का दावा किया है।
बीते 1 अक्टूबर को किए गए ईरानी हमले का इजरायल ने पूरे 25 दिन बाद सुनियोजित जवाब दिया। उसने न केवल ईरान के सैन्य ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचा, बल्कि इराक और पर भी हमले किए। हमले के बाद इजरायली सेना ने ईरान को धमकी दी है कि अगर ईरान अब कोई प्रतिक्रिया देने की कोशिश करता है तो हम हर तरह से तैयार हैं। इजरायली डिफेंस फोर्स के प्रवक्ता ने कहा, “ईरान कई महीनों से लगातार इजरायल पर हमले कर रहा था। इसके जवाब में अभी इजरायल ने ईरान में सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किये हैं। दुनिया के हर दूसरे संप्रभु देशों की तरह इजरायल को भी जवाब देने का अधिकार है। हमारी रक्षात्मक और आक्रामक क्षमताएं पूरी तरह से सक्रिय हैं। हम इजरायल और इजरायल के लोगों की रक्षा के लिए जो भी जरूरी होगा करेंगे।”
इजरायली मीडिया रिपोर्ट का दावा किया गया है कि अमेरिका ने भी ईरान को पलटवार न करने के लिए कहा है व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि प्रतिक्रिया आनुपातिक थी। हमने ईरान को संदेश भेजा कि अगर वह जवाब देता है तो हम इजरायल की रक्षा करेंगे। ईरान में सैन्य ठिकानों पर इजरायल के हमले लक्षित और आनुपातिक प्रतीत होते हैं। अब उनके बीच गोलीबारी का अंत हो जाना चाहिए।
IDF प्रवक्ता ने कहा, “कुछ समय पहले, IDF ने ईरान के कई क्षेत्रों में सैन्य ठिकानों के खिलाफ लक्षित और सटीक हमला पूरा किया। हमारे सभी विमान सुरक्षित रूप से अपने बेस पर लौट आए। यह हमला हाल के महीनों में ईरान में इजरायल राज्य और उसके नागरिकों के खिलाफ शासन के हमलों के जवाब में किया गया था। जवाबी हमला पूरा हो गया है और इसके उद्देश्य हासिल कर लिए गए हैं।”
ईरान पर इन हमलों के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शीर्ष अधिकारियों के साथ सुरक्षा स्थिति का आकलन किया। नेतन्याहू ने रक्षा मंत्री, सेना प्रमुख, मोसाद के प्रमुख और शिन बेट के प्रमुख के साथ रक्षा मंत्रालय में वायु सेना बेस की सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया।
सीरिया, इराक, ईरान और इजरायल ने फिलहाल अपना एयर स्पेस यात्री विमानों की उड़ानों के लिए बंद कर कर दिया है।