News Haveli, पीलीभीत। (Bangladeshi couple arrested) नेपाल का वीजा लेकर उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के माधोटांडा क्षेत्र में अवैध तरीके से आए बांग्लादेशी दंपती (Bangladeshi couple) के खिलाफ पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है। दंपती को शरण देने वाले को भी नामजद किया गया है। पकड़े गए बांग्लादेशी दंपती के पास से बिना सिम का मोबाइल फोन, दंपती और बच्ची के पासपोर्ट, नेपाल के वीजा की मूल प्रति और तीन बोर्डिंग पास मिले। दंपती भारत में निवास करने का वैध प्रमाण नहीं दिखा सका। पुलिस ने बुधवार को इस दंपती का चालान कर दिया। दोनों को जेल भेज दिया गया है।
माधोटांडा थाने में उपनिरीक्षक प्रद्युम्न कुमार ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया है कि 4 फरवरी को एसएसबी के सहायक कमांडेंट हरविंदर सिंह ने तीन बांग्लादेशी नागरिकों के कलीनगर तहसील क्षेत्र के कंजिया सिंहपुर गांव निवासी सबुज राय के घर में रहने की सूचना दी। इस पर सहायक कमांडेंट समेत एसएसबी की संयुक्त टीम के साथ कंजिया सिंहपुर में सबुज राय के घर पर पहुंचे। घर में बांग्लादेशी दंपती मिला। महिला की गोद में चार साल की बच्ची भी थी। पूछताछ में युवक ने अपना नाम मृदुल मंडल पुत्र वासुदेव (30) निवासी जनपद खुलना, बांग्लादेश बताया। महिला ने अपना नाम मिति टिकदार (28) बताया। दोनों ने पति-पत्नी होने की बात कही। उन्होंने पुत्री का नाम तियासा मंडल उर्फ टिया बताया।
टीम ने दंपती को थाने लाकर पूछताछ की। थाना प्रभारी अशोक पाल ने बताया कि मामले में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 61(2) और विदेशी अधिनियम की धारा 14ए के तहत दंपती और शरण देने वाले सबुज राय के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। बुधवार को पुलिस ने दंपती का चालान कर दिया।
नेपाल का टूरिस्ट वीजा लेकर भारत पहुंचे
बांग्लादेशी दंपती ने बताया कि कई साल पूर्व उसके रिश्तेदार सबुज राय पुत्र पवन राय भारत में आकर रहने लगे। उनकी उनसे मिलने की इच्छा थी। बांग्लादेश से भारत का वीजा नहीं बन सका। इस पर उन्होंने 9 जनवरी 2025 को नेपाल का टूरिस्ट वीजा बनवाया। फ्लाइट का टिकट मिलने पर 27 जनवरी को ढाका से काठमांडू पहुंचे। इसके बाबाथान के रास्ते होकर 28 जनवरी को झूला पुल पर पहुंचे जहां से सबुज राय उन्हें अपने गांव ले गये।