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CNAP Service: भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) के अनुसार, देशभर के टेलीकॉम नेटवर्क प्रोवाइडर्स को अपने ग्राहक आवेदन पत्र (CAF) में टेलीफोन ग्राहकों द्वारा प्रदान किए गए नाम पहचान का उपयोग करना आवश्यक होगा। इस सिस्टम के तहत सभी सर्विस प्रोवाइडर्स को अनुरोध के मामले में ग्राहकों को यह सुविधा प्रदान करना आवश्यक होगा।

नई दिल्ली। मोबाइल फोन इस्तेमाल करने वालों और स्पैम कॉल (spam call) से परेशान लोगों को जल्द ही बड़ी राहत मिलने वाली है। अब वे आसानी से कॉलर यानी उन्हें कॉल करने वाले की पहचान कर सकते हैं। दरअसल, टेलीकॉम कंपनियों ने कॉल करने वाले के नंबर के साथ उसका नाम भी दिखाना शुरू कर दिया है। टेलीकॉम कंपनियों ने मुंबई और हरियाणा में कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन (CNAP) सर्विस का ट्रायल शुरू किया है। दूरसंचार विभाग (DoT) ने टेलीकॉम कंपनियों को इसे 15 जुलाई तक पूरे देश में लागू करने के निर्देश दिए हैं। यह कदम नरेंद्र मोदी सरकार 3 के शुरुआती 100 दिन के एजेंडे में शामिल है।

कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन सर्विस के तहत टेलीकॉम कंपनियां आवेदन फॉर्म पर लिखा हुआ नाम दिखाएंगी। टेलीकॉम कंपनियों का कहना है कि यह बढ़ते साइबर फ्रॉड को रोकने के उद्देश्य से किया जा रहा है। ट्रूकॉलर जैसे ऐप पर नाम आईडी क्रिएट करने के दौरान दी गई जानकारी के आधार पर दिखाई देता है।

यूजर्स को मिलेगा ये विकल्प (Users will get this option)

भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) के अनुसार, देशभर के टेलीकॉम नेटवर्क प्रोवाइडर्स को अपने ग्राहक आवेदन पत्र (CAF) में टेलीफोन ग्राहकों द्वारा प्रदान किए गए नाम पहचान का उपयोग करना आवश्यक होगा। इस सिस्टम के तहत सभी सर्विस प्रोवाइडर्स को अनुरोध के मामले में ग्राहकों को यह सुविधा प्रदान करना आवश्यक होगा। संक्षेप में सिस्टम का सुझाव है कि सिम कार्ड खरीदते समय इस्तेमाल किया गया नाम कॉल करते समय दूसरे व्यक्ति को दिखाई देगा। जो व्यवसाय अधिक संख्या में कनेक्शन की मांग करते हैं, उनके लिए TRAI उन्हें ग्राहक आवेदन पत्र में दिखाई देने वाले नाम के बजाय पसंदीदा नाम दिखाने का विकल्प भी देगा, यानी उस कंपनी का नाम दिखाया जा सकता है।

फर्जी इंटरनेशनल कॉल से मिलेगी राहत (Will get relief from fake international calls)
आपको याद होगा कि सरकार ने हाल ही में दूरसंचार कंपनियों को भारतीय मोबाइल नंबर प्रदर्शित करने वाली सभी इनकमिंग इंटरनेशनल फर्जी कॉल को ब्लॉक करने का निर्देश दिया है। दूरसंचार विभाग ने बीती 26 मई को जारी बयान में कहा कि DoT और टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर (TSPs) ने ऐसी इंटरनेशनल फर्जी कॉलों की पहचान करने और उन्हें किसी भी भारतीय टेलीकॉम ग्राहक तक पहुंचने से रोकने के लिए एक सिस्टम तैयार किया है। अब ऐसी इंटरनेशनल फर्जी कॉलों को रोकने के लिए टीएसपी को निर्देश जारी किए गए हैं।

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